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बड़ा मुश्किल है रे बाबा ED-CBI के चंगुल से बाहर निकलना ,अब जाकर नीरा राडिया को CBI से मिली क्लीन चिट, 12 साल पहले राडिया -उद्योगपति रतन टाटा टेप पर मचा था काफी बवाल ,जानें क्या था मामला

दिल्लीः कहा जाता है कि एक बार जो आईटी -ईडी और सीबीआई के चंगुल में फंसा तो उसका झमेले से बाहर निकलना टेढ़ी खीर साबित होता है | छत्तीसगढ़ ,झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में कई नेता इन तीनो ही केंद्रीय एजेंसियों के राडार पर है | छत्तीसगढ़ में तो नान घोटाले को लेकर बवाल मचा है | अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि यहां भी देर -सबेर सीबीआई का शिकंजा कसेगा ? भले ही उसकी एंट्री कोर्ट के निर्देश के बाद हो |

उधर कई बड़े अफसर भी ब्लैक मनी को ठिकाने लगाते -लगाते भ्रष्टाचार की कालिख से रंगे नजर आ रहे है |खबर है कि उनकी भी खबर केंद्रीय जांच एजेंसिया ले रही है | इस बीच सालो बाद सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया के टेप किए गए फोन कॉल्स में उसे किसी अपराध के सबूत नहीं मिले हैं |

गौरतलब है कि 2जी घोटाले की जांच के दौरान राडिया टेप बड़ी चर्चा का विषय बने थे. आज सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि उसे लगभग 5,800 टेप की जांच में अपराध का कोई मामला नहीं मिला था. इसलिए, मामले में दर्ज शुरू की 14 प्राथमिक जांच को बंद कर दिया गया है | सीबीआई की इस रिपोर्ट के बाद नीरा राडिया ने राहत की सांस ली है ,लेकिन इतने सालो बाद क्लीन चिट मिलने से मायूस भी नजर आई | 

दरअसल ,12 साल पहले राडिया टेप ने राजनीति और कारपोरेट सेक्टर में काफी विवाद मचाया था. उस समय उद्योगपति रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की थी | उन्होंने खुद से जुड़ी कुछ निजी बातों के भी इन टेप में होने का हवाला देते हुए इन्हें सार्वजनिक करने पर रोक की मांग कोर्ट से की थी |

आज लंबे समय बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में फिर आया | सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश एडिशनल सॉलिसीटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने भी कहा कि निजता को सुप्रीम कोर्ट मौलिक अधिकार का दर्जा दे चुका है. अब इस मामले में कुछ नहीं बचा. सुप्रीम कोर्ट अब अगले हफ्ते मामले की सुनवाई करेगा | 

इस मामले में एनजीओ ‘सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन’ (CPIL) ने भी याचिका दाखिल की थी | उसने राडिया के साथ नेताओं, उद्योगपतियों, पत्रकारों और दूसरे लोगों की बातचीत की जांच की मांग की थी. सीपीआईएल के वकील प्रशांत भूषण इस मामले में पेश नहीं हुए |

बताया गया कि दूसरी कोर्ट में व्यस्त होने के चलते बहस के लिए वे आज पेश नहीं हो सके है | उनके अनुरोध पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, हिमा कोहली और पीएस नरसिम्हा की बेंच ने सुनवाई अगले हफ्ते के लिए टाल दी है | अब रतन टाटा काफी बुजुर्ग हो चुके है | जबकि इस केस की वजह से नीरा राडिया गुमनामी के दौर में चली गई थी | 

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