उपेंद्र डनसेना /
रायगढ़ / हिंदू देवी देवताओं में प्रथम पूज्य माने जाने वाले विघ्नहर्ता लंबोदर गजानंद गणेश की विशेष पूजा अर्चना गणेश चतुर्थी के लिए शहर के दर्जन भर से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर गणेश पूजन की तैयारी पूरे सप्ताह भर से चल रही थी। जहां आज गणेश चतुर्थी के दिन शहर के अधिकांश मोहल्लों एवं लोगों में घरों में विघ्नहर्ता श्री गणेश विराजे गए हैं। गणेश चतुर्थी को रायगढ़ में पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है और 10 दिनों में भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है।
शहर में अन्य हिंदु त्यौहारों की तरह गणेश पूजन का त्यौहार भी पूरी श्रद्धा और काफी धूमधाम से मनाया जाता रहा है। सप्ताह भर पहले से इसकी तैयारी शुरू हो जाती है। इसके लिए मूर्ति बनाने का काम तो मूर्तिकार और कलाकार करीब माह भर पहले से ही शुरू कर देते हैं और गणेश चतुर्थी के तीन दिन पहले से लेकर गणेश चतुर्थी के तिथि तक गणेश की मूर्ति जगह-जगह रखकर बिक्री की जाती है। हर साल की भांति इस वर्ष भी शहर के विभिन्न मोहल्लों में तथा मुख्य मार्ग सहित सार्वजनिक स्थलों पर सामूहिक रूप से गणेश पूजन की तैयारी चल रही थी। जहां आज भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को विराजमान कर पूरी विधिविधान से पूजा अर्चना किया गया। वहीं गणेश जी की प्रतिमाएं लेकर घर-घर में भी पूजा अर्चना की गई। गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले दिन भर गणेश मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकारों के यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने प्रथम पूज्य भगवान गणेश की मूर्तियां छोटे बड़े रूप में अपनी क्षमता के अनुसार खरीदे जिसे आज शुभ मूर्हत में प्रतिमा स्थापित करने के बाद तीन या तीन दिन से अधिक दिनों तक इसकी विशेष पूजा अर्चना पश्चात श्री गणेश की मूर्ति को विधि विधान से विर्सजन करने की परंपरा रही है।

गणेश उत्सव रायगढ़ की एक सुर्दिग्घ परंपरा आज भी चक्रधर समारोह के रूप में चली आ रही है। पिछले 35 सालों से हर साल आयोजित हो रहे इस गरिमामयी कार्यक्रम में देश भर के नामी गिरामी कलाकार शिरकत कर चुके हैं और इस वर्ष भी देश के प्रतिष्ठित कलाकार इस मंच को सुशोभित करेंगे।
