रायपुर / प्रदेश में लगातार हिरासत में हो रही मौतों के बाद डीजीपी सख्त नजर आ रहे हैं। इसके लिए उन्होने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को 11 बिंदुओं पर निर्देश जारी किए हैं। इसमें डीजीपी ने साफ़ कहा कि हिरासत में में लेने के बाद आरोपित के लिए PHQ और मानवाधिकार आयोग की तरफ से निर्देश जारी किये गए है | न निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और सभी अधिकारी इसका पालन करें |
डीजीपी ने कहा कि किसी भी आरोपी को अनावश्यक रुप से रात को थाने में ना रखें | दिन में गिरफ्तारी करके तत्काल कोर्ट में पेश किया जाए | गिरफ्तार वयक्ति का नियमानुसार स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर उसकी शारीरिक एवं मानसिक स्थिति की जांच करे थाने के हवालात एवं शौचालय पूरी तरह सुरक्षित हो | गिरफ्तार व्यक्ति को भोजन दें और थाने की डायरी में उल्लेख भी करें | महिला एवं बच्चों की गिरफ्तारी के संबंध में मानव अधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करें | यदि विशेष परिस्थिति में किसी व्यक्ति को रात में लॉकअप में रखा जाता है , तो उसकी सुरक्षा के लिए नामजद अधिकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाएं | पुलिस अधीक्षक प्रतिदिन जिले के थानों का नियमित रूप से निरीक्षण करें |
हिरासत में मौत का विधानसभा में उठा था मुद्दा :-
हिरासत में मौत का मुद्दा विपक्षी विधायकों ने विधानसभा में भी उठाया था | हाल ही में कवर्धा में युवक की मौत के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर निशाना साधा था और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से इस्तीफे की मांग की थी | सूरजपुर से लेकर कवर्धा और महासमुंद में इस तरह के मामले सामने आये है |