रायपुर / छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले में अब EOW की टीम निलंबित उप लेखापाल चिंतामणि चंद्राकर के लैपटाप को हैदाराबाद भेजेगी। चिंतामणि के दफ्तर और घर पर छापे के दौरान EOW की टीम ने लैपटॉप बरामद किया था | जिसमे करोड़ों रूपये के लेन-देन का हिसाब मिला है | इतना ही नहीं चिंतामणि की करीब 20 करोड़ की अवैध संपत्ति का भी खुलासा हुआ है | अब हैदाराबाद के फोरेंसिक लैब में जांच के बाद प्रमाणिक दस्तावेजों के आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।
EOW के आला अधिकारियों के मुताबिक चिंतामणि के लैपटाप में उन अधिकारियों और कारोबारियों के नाम हैं, जिनके पास हर महीने नान घोटाले का पैसा भेजा जाता था। इसमें करीब छह साल का रिकार्ड है। अब इस रिकार्ड की पुष्टि के लिए जांच कराई जा रही है।
EOW की टीम ने चंद्राकर के दुर्ग, राजनांदगाँव, कांकेर, बैंगलुरु स्थित ठिकानों पर दबिश थी | इन चार ठिकानों पर मिले दस्तावेजों की जांच में दुर्ग में दो करोड़ के मकान, राजनांदगाँव में 27 एकड़ का फार्म हाउस और डेढ़ करोड़ का मकान, 3 लग्जरी गाड़ियाँ, परिवारों के नाम पर नगदी सहित अन्य संपत्तियाँ | बेंगलुरु में आलीशान मकान सहित अन्य चीजों की मिलने की पुष्टि हुई थी |
