सूरज सिंह |
बेमेतरा | पुलिस ने पेट्रोल पंपों में कट्टे के दम पर लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है । गिरोह के दो आरोपियों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से गिरफ्तार किया है । आरोपियों ने बेमेतरा और धरसीवां में लूट की घटना को अंजाम देना कबूल कर लिया है ।पुलिस से इनके पास से 1 नग देशी कट्टा, 3 नग जिंदा कारतूस, 2 नग मोबाइल एवं घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल जब्त किया गया है ।
पुलिस ने बताया कि 28 अगस्त को रात्रि में मोटरसाइकिल में सवार होकर तीन युवक धरसींवा के पेट्रोल पंप में आए । तीनों अपना चेहरा ढंके हुए थे । आरोपियों ने कट्टा टिकाकर वहां काम कर रहे कर्मचारियों से गल्ला खुलवा और नगदी रकम लेकर फरार हो गए । ठीक इसी तरह की घटना मोटरसाइकिल सवार अज्ञात आरोपियों द्वारा जिला बेमेतरा के कोबिया में अम्बिका पेट्रोल पम्प में 30 अगस्त को अंजाम दिया था। वहां भी पेट्रोल पंप में लूट की नीयत से पहुंचे 3 नकाबपोशो ने पेट्रोल पंप के कर्मचारी को गोली मार दी | घायल युवक को रायपुर रेफर किया गया है | दरअसल पूरा मामला जिला मुख्यालय में बेमेतरा रोड में स्थित अम्बे पेट्रोल पम्प का है ,जहां देर रात को लूट की नीयत से 3 नकाबपोश आ पहुंचे | इस दौरान उन्होंने पेट्रोल पंप में बने केबिन का सीसा अपने पास रखे बंदूक के सहारे तोड़ दिया | वही ,पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी को गोली मार दी । पेट्रोल पम्प के कर्मचारी ललित रजक ने गोली लगने के बाद भी हिम्मत दिखाते हुए लुटेरों पर डंडे से हमला कर उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया | घटना का पूरा वीडियों वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया |
पुलिस टीम द्वारा दोनों की जगहों की घटनाओं का बारिकी से निरीक्षण किया गया । घटना के संबंध में प्रार्थियों एवं पेट्रोल पंप में घटना के दौरान उपस्थित कर्मचारियों व आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के संबंध में मुखबीर लगाए गए । घटनास्थलों व उसके आसपास लगे
सीसीटीवी फुटेज भी देखे । इसी दौरान आरोपियों के संबंध में अहम सुराग मिले । आरोपियों की उपस्थिति यूपी प्रतापगढ़ में होना पाया गया । जिस पर एक टीम प्रतापगढ़ रवाना किया गया | जिसके बाद लगातार एक सप्ताह तक कैम्प कर आरोपियों की पतासाजी करते हुए आरोपियों को लोकेट किया जाकर टीम द्वारा आरोपी मो. ओसामा एवं मो. शाहरूख को गिरफ्तार किया । आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों द्वारा अपने एक अन्य साथी अजीत गौतम के साथ मिलकर उक्त दोनों घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है ।
