भोपाल | एक तरफ सरकार अंधाविश्वास को खत्म करने के लिए कई सारे मुहिम चला रही है ,वही दूसरी ओर उनके नेता ही अंधाविश्वास को बढावा देना का काम कर रहे है | दरअसल पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली , पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज , मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर । अगस्त महीने में ही भारतीय जनता पार्टी के इन तीन कद्दावार नेताओं की मौत हो गई है । तीनों के मौत पर अपने बेतुका बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने एक और बेतुका बयान दिया है । साध्वी का कहना है कि भाजपा के नेताओं की मौत के पीछे का कारण विपक्ष का “जादू – टोना” है । प्रज्ञा ठाकुर का आरोप है कि विपक्षी पार्टियां भाजपा नेताओं पर “मारक शक्ति” का इस्तेमाल कर रहीं हैं ।
भोपाल में बीजेपी ऑफिस में बाबूलाल गौर और अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देने के लिए सभा का आयोजन किया गया था । इसमें पार्टी सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी मौजूद थीं । भरी सभा में उन्होंने अपनी बात एक किस्सा सुनाते हुए कही । प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘मैं जब चुनाव लड़ रही थी, तब एक महाराज जी आए थे । उन्होंने कहा था कि यह बहुत बुरा समय चल रहा है । विपक्ष एक मारक शक्ति का प्रयोग आपकी पार्टी और उसके नेताओं के लिए कर रहा है। हालांकि, उन्होंने महाराज जी’ के बारे में कुछ नहीं बताया ।
भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है | पार्टी नेताओं ने कहा ये उनके निजी विचार हैं | हालांकि श्रद्धांजलि सभा के फौरन बाद प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने तलब कर लिया | बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने साध्वी के शक्ति वाले बयान से किनारा कर लिया | श्रद्धांजलि सभा से निकलने के बाद विजयवर्गीय ने कहा-यह साध्वी की निजी राय है | पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता प्रभात झा ने तो एकदम पल्ला झाड़ लिया | उन्होंने कहा साध्वी प्रज्ञा के बयान पर वो ही प्रतिक्रिया देंगी | मैं साध्वी की तरफ से नहीं बोल सकता | पार्टी के अन्य नेताओं ने भी साध्वी के बयान पर चुप्पी साध ली |
बतादें प्रज्ञा ठाकुर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी लगातार अपने बयान के कारण विवाद में रहीं | उन्होंने महाराष्ट्र ATS चीफ शहीद हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिया था कि मेरे श्राप के कारण उनकी मौत हुई | उसके बाद बाबरी मस्जिद विंध्वस पर बयान के कारण उन्हें नोटिस तक दिया गया था |
