
रायपुर | छत्तीसगढ़ में नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष व निगम महापौर की तर्ज़ पर अब ग्राम पंचायतों के सरपंच का चुनाव भी अप्रत्यक्ष प्रणाली से करने की तैयारी राज्य सरकार ने कर ली है । नए साल की शुरूआत में होने वाले पंचायत चुनाव भी बदले स्वरूप में नजर आ सकते हैं । अब सरपंच के पदों के लिए प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव नहीं होंगे, बल्कि अब पंच ही सरपंच चुनेंगे | टीएस सिंहदेव ने कहा कि अप्रत्यक्ष प्रणाली से सरपंच चुनाव के लिए अलग अध्यादेश नहीं लाया जाएगा, क्योंकि नोटिफिकेशन पहले से ही जारी हो गया है | आगामी शीतकालीन सत्र में इसे विधानसभा में रखा जाएगा | उन्होंने यह भी कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था जनपद और जिला स्तर पर इसी तरह से चुनाव होता ही था, इस बार में थोड़ा संसोधन कर ग्राम पंचायत स्तर तक कर दिया गया | व्यवस्था में कोई विशेष परिवर्तन नहीं किया जाएगा |
आपको बता दे कि अब तक पंचायत चुनाव में एक मतदाता चार वोट डालता है | इसमें एक वोट सरपंच, एक पंच, एक जनपद सदस्य और एक वोट जिला पंचायत सदस्य के लिए होता है | इनमें से जिला पंचायत सदस्य मिलकर अध्यक्ष का निर्वाचन करते हैं | जनपद में भी यही व्यवस्था है | नई व्यवस्था में अब एक मतदाता तीन वोट डालेगा | इनमें पंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए वोट डाले जाएंगे |
मालूम हो कि पंचायत चुनाव गैरदलीय अदार पर होते हैं, लेकिन राजनीतिक दल अप्रत्यक्ष तौर पर उम्मीदवारों को समर्थन देकर उन्हें जीताने की कोशिश करते हैं । नतीजों के बाद विजयी प्रत्याशियों पर दल अपना दावा भी ठोकते हैं ।
सोच के पीछे क्या
पंचायत चुनाव में भी पंचों के जरिए सरपंच चुनने की जरूरत क्यों पड़ी ? इसे लेकर कांग्रेसी गलियारों में चर्चा है कि पार्टी अपने जमीनी व निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को ऊपर उठाना चाहती है । बरसों से पार्टी की सेवा में लगे कार्यकर्ताओं को व्यवस्था में बड़ी जिम्मेदारी सौंपकर उनके ही हाथों उनके गावों का विकास करना चाहती है ।