
गेंदलाल शुक्ला
कोरबा। कटघोरा वनमंडल के पाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत लाफा के आश्रित मोहल्ला औराभाठा के जंगल में बीते दिनों एक गड्ढे पर 10 वर्षीय नर भालू का छत-विछत अवस्था में शव पाया गया । जिससे तेज बदबू आ रही थी । शव 5 से 6 दिन पुराना प्रतीत हो रहा था । ग्रामीणों द्वारा मामले की सूचना से पाली वनपरिक्षेत्र को अवगत कराया गया जहाँ मौके पर पहुँची वनअमला की टीम ने मृत भालू का पोस्टमार्टम कराकर वहीँ दाह संस्कार कर दिया ।
ग्रामीणों के द्वारा जो जानकारी बतायी गई उसके अनुसार बीहड़ वनांचल क्षेत्र वाले लाफा एवं इसके आसपास इलाके के समीप जंगल में जंगली सूअर का स्वछंद विचरण है । जहां सूअर का मांस खाने वाले शिकारी ग्रामीणों द्वारा जंगल के सूअर विचरण वाले क्षेत्र में करंट प्रवाहित खुला तार का जाल बिछाकर जंगली सूअर का अक्सर शिकार किया जाता है । संभवतः शिकारियों द्वारा सूअर फ़साने खेले गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में ही आने से भालू के मौत का कारण ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है । जिसे शिकारी गड्ढे में फेंक चले गए होंगे ।
ज्ञात हो कि घने वनों से आच्छादित पाली परिक्षेत्र के जंगलों में जंगली सूअर की तादाद बहुतायत है । विभागीय अनदेखी एवं निष्क्रियता के कारण जंगली सूअर का मांस भक्षण के शौक़ीन शिकारियों द्वारा इसका शिकार आम बात हो चला है । पूर्व में अनेको बार ग्रामीणों द्वारा शिकार किये जाने के संबंध पर सूचना दिए जाने के बाद भी पाली वनअमला कुम्भकर्ण की तर्ज पर रवैया अपनाया हुआ है । गत महीनो पूर्व ही पाली रेंज के पोड़ी (लबदापारा) में एक जंगली सूअर मृत अवस्था में मिला था । जिसके गर्दन में तीर लगने से हुए गहरे जख्म का निशान पाया गया था । ग्रामीणों की सूचना पर मौके पे पहुँचे वनअमला टीम ने तब जंगली सूअर को पालतू बताकर आनन फानन में दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी करते हुए अपने कर्तव्यों की ईश्रीति कर ली थी ।