“न्यूज टुडे छत्तीसगढ़” की खबर रंग लाई | मुकेश गुप्ता के दांवपेंचो से हुई पदोन्नति की होगी जांच | कमेटी गठित |

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छत्तीसगढ़ में “बगैर ठोस उपलब्धि” और “तिकड़म” करके “आउट ऑफ टर्न प्रमोशन” पाने वाले पुलिस अफसरों के सभी मामलो की जांच होगी | नियमो के उलंघन के दायरे में आये पुलिस कर्मियों को अब “डिमोट” करने का रास्ता साफ़ हुआ है | डीजीपी डीएम अवस्थी ने “न्यूज टुडे छत्तीसगढ़” की खबर को काफी गंभीरता से लिया है | उन्होंने बीते आठ सालो में हुए “आउट ऑफ टर्न पदोन्नति” के मामलो की पड़ताल करने के निर्देश दिए है | मामलो की जांच के लिए कमेटी भी गठित कर दी गयी है | पुलिस मुख्यालय के इस आदेश से हड़कंप मच गया है | ग़ौरतलब है कि दो दिन पहले “न्यूज टुडे छत्तीसगढ़” ने खुलासा किया था कि “छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय” ने “आँख मूंद” कर कई अयोग्य और अपात्र पुलिस कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया था | ऐसे ज्यादातर पुलिस कर्मी मैदानी इलाक़ो में तैनात थे | लेकिन उन्होंने जोड़ तोड़ कर पदोन्नति हासिल की थी | ज्यादातर मामलो में  कई ऐसे कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया जो “OT ” के प्रावधानों के विरुद्ध भी था |  “न्यूज टुडे छत्तीसगढ़” ने खुलासा किया था कि “डकैत डीजी” मुकेश गुप्ता ने अपने गिरोह के कई सदस्यों को तिकड़म करके आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिलवाया था | इसमें  ACB में पदस्थ “अर्दली” राकेश जाट और रेखा नायर समेत दर्जनों कर्मियों का नाम शामिल है | “अर्दली” राकेश जाट को मात्र चार माह के भीतर “दो बार” आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर सब इंस्पेक्टर बना दिया गया  था | इसके अलावा कई “गैर महत्वपूर्ण उपलब्धियों” को दर्शा कर कई पुलिस कर्मियों को भी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया था |   


       जानकारी के मुताबिक जाँच समिति के अध्यक्ष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन अशोक जुनेजा को बनाया गया है। सदस्यों में उप पुलिस महानिरीक्षक एस.आई.बी. सुन्दरराज पी., उप पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन ओ.पी. पॉल, उप पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान विभाग एस. सी. द्विवेदी और उप पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता अजय यादव शामिल है।