जगदलपुर / छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे के लिए ठोस रणनीति बनाने के मकसद से बुधवार को महत्वपूर्ण बैठक बस्तर और रायपुर में हो रही है। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में यह बैठकें आयोजित हो रही हैं। इसके लिए अपने एक दिवसीय दौरे पर बुधवार को केंद्रीय गृह सचिव छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। गृह सचिव विशेष विमान से नई दिल्ली से सीधे जगलदपुर पहुंचे हैं। यहां बैठक में उन्होंने बताया कि राज्य में नक्सलवाद के खात्मे के लिए केंद्र बड़े एक्शन प्लान पर काम कर रही है। उन्होंने राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सात हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती को मंजूरी दी। इस बैठक में आईबी चीफ अरविंद कुमार प्रदेश के डीजीपी बस्तर आईजी और साथ ही तेलंगाना और उड़ीसा से एसपी और कलेक्टर के अलावा सीआरपीएफ के डीजी और आईजी भी शामिल हैं
बता दें कि सीआरपीएफ (CRPF) ने केंद्र सरकार को 7 बटालियन का प्रस्ताव भेजा था | अब मोदी सरकार ने इस प्रस्ताव को मानते हुए 7 हजार जवानों को डिप्लॉय करने की मंजूरी दे दी है | हालांकि, इस बात पर किसी ने मुहर नहीं लगाई है, लेकिन बैठक में इस पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी | बैठक में नक्सलियों के खात्मे के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन चलाए जाने के ऊपर भी निर्देश दिए जा सकते हैं | बताया जा रहा है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में इन जवानों को तैनात किया जाएगा | साथ ही जवानों को खास तरीके से ट्रेन भी किया जाएगा | कहा जा रहा है कि जनवरी के बाद नक्सलियों के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है | इसी कड़ी में जवानों की संख्या को बढ़ाया गया है | बता दें कि सीआरपीएफ की ओर से लगातार बटालियन की संख्या बढ़ाने की मांग भी की जा रही थी | नक्सलवाद की समस्या से सर्वाधिक प्रभावित छत्तीसगढ़ राज्य को लेकर केंद्र सरकार भी लगातार चिंता जाहिर करती रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 2022 तक नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य तय किया है। इस आंतरिक हिंसावादी समस्या से देश के कई अन्य राज्य भी प्रभावित हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में स्थित कहीं अधिक भयावह है।
