महाराष्ट्र | “रिश्वत, रिश्वत” होती है | भले वो 10 रुपए की हो या फिर 10 लाख की | कानून में सबके लिए सजा है | महाराष्ट्र पुलिस के एंटी करप्शन ब्यूरो ने सांगली जिले में एक डॉक्टर को मरीज से 30 रुपये रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लिया है | यह घटना सांगली जिले के कुर्लाप गांव की है | सरकार द्वारा संचालित कुर्लाप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर नितिन चिवटे को शुक्रवार को एसीबी ने हिरासत में ले लिया है |
जानकारी के अनुसार नितिन चिवटे प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मेडिकल ऑफिसर हैं | सरकार के निर्देश के मुताबिक, प्राइमरी हेल्थ सेंटर में जो भी डॉक्टर नियुक्त होता है उसका काम मरीजों का इलाज करना है | दवाई भी दी जाती है तो उसके बदले में मरीजों से कोई पैसे नहीं लिए जाएंगे | लेकिन गांव वालो ने आरोप लगाया कि डॉक्टर चिवटे ने डायग्नोस करने के लिए 30 रुपए रिश्वत मांगी थी | जबकि इंजेक्शन लगाने के लिए 100 रुपए की रिश्वत मांगी जाती थी |
शिकायतकर्ता अपनी बीमारी का इलाज करवाने के लिए हेल्थ सेंटर गया | जिसके बाद डॉक्टर चिवटे ने उससे 30 रुपए मांगे | शिकायतकर्ता ने डॉक्टर चिवटे से पूछा, यह हेल्थ सेंटर सरकार की ओर से चलाया जाता है | फिर उसमें इलाज के बदले पैसे क्यों मांगे जा रहे हैं ? इतना सुनते ही डॉक्टर गुस्सा हो गया और इलाज करने से मना कर दिया | जिसके बाद इलाज कराने गए शख्स ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत कर दी |
शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो अधिकारी डॉक्टर चिवटे के पास इलाज करवाने पहुंचे | यहां भी डॉक्टर चिवटे ने उनसे रिश्वत मांगी | जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो अधिकारी ने डॉक्टर चिवटे को हिरासत में ले लिया | डॉक्टर नितिन चिवटे पर भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है |