धमतरी | जिले भर में नागपंचमी का पर्व बुधवार को उत्साह और परंपरागत ढंग से मनाया गया । घर-घर में नाग देवता को दूध-लावा चढ़ा कर पूजन-अर्चन किया गया । इस मौके पर श्रद्धालुओं ने मंदिरों में जाकर भगवान शंकर के साथ नाग देवता की पूजा कर सुख समृद्धि की कामना की | इस पर्व की परंपरा को निभाते हुए आज स्कूल ,कॉलेजों के साथ घरों में मुख्य दरवाजों पर गोबर से नाग देवता की आकृति बनाई गई और विधि विधान से पूजा की गई।
धमतरी जिले के गुरुकुल विद्यासागर विद्यालय लोहरसी में भी नागपंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ हेडमास्टर गणेश्वर साहू के साथ-साथ समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं के द्वारा पूजन अर्चन से हुआ । तत्पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा नागदेवता पूजन किया गया | इस दौरान शिक्षिका तारिणी देवांगन ने बताया कि यह पर्व श्रावण मास के शुक्लपक्ष के पञ्चमी तिथि को मनाया जाता है । उन्होंने बताया कि सर्प हमारे मित्र के समान होता है , वह अनावश्यक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है । वह हमारे फसलों को चूहों एवं अन्य जीव जंतुओं को खाकर फसलों को बचाता है, इसलिए सर्प को क्षेत्रपाल कहते है ।
उन्होंने बताया कि साँप भी प्रभु का सृजन है ,वह यदि नुकसान किये बिना सरलता से जाता हो या बिना नुकसान किये हुए जाता हो तो उसे मारने का हमें कोई अधिकार नहीं है । आज के कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षिका तारिणी देवांगन,लक्ष्मी रावटे, केशर सिन्हा , तनूजा यादव , झामिन गंजीर, चंद्रमुखी साहू , सुमन साहू ,तुलेश्वरी साहू एवं शिक्षक ओम प्रकाश साहू उपस्थित थे ।