उपेंद्र डनसेना |
रायगढ़ | ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो के लिए मिली राशि का दुरूपयोग करने तथा गबन करने वाले पूर्व सरपंचों पर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है । ग्राम पंचायत में आने वाली विकास राशि का गलत उपयोग करने के साथ-साथ निर्माण कार्यो का हिसाब नही देने के मामले में लगभग 65 पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ वारंट जारी करते हुए उन्हें समय-समय के भीतर बकाया राशि जमा करने को कहा गया है । समय सीमा के भीतर राशि जमा नही करने पर उन्हें जेल भेजने की भी चेतावनी दी गई है ।
रायगढ़ ब्लाक व पुसौर ब्लाक में वर्ष 2007 से लेकर अब तक अलग-अलग पंचयतों में विभिन्न निर्माण कार्य के लिए लाखों रूपए की राशि जारी हुई थी और उस राशि का गलत उपयोग करने के अलावा निर्माण कार्य नही होनें पाए जाने के बाद रायगढ़ अनुविभागीय अधिकारी ने संबंधित पंच, पूर्व सरपंच, सरपंच सहित उप सरपंचो को नोटिस जारी करके समय सीमा के भीतर राशि जमा करने को कहा था | लेकिन इस नोटिस के बाद भी जब पंचायत प्रतिनिधियों ने लापरवाही बरती तब एसडीएम कार्यालय से लगभग 65 से 70 पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ कडी कार्रवाई के चेतावनी देते हुए वारंट जारी हुआ है| उन्हें अंतिम अवसर के रूप में 6 व 8 अगस्त तक का समय दिया गया है | ताकि उन्हें सप्ताह भर के भीतर बकाया राशि संबंधित कार्यालय में जमा करने का अवसर मिले । रायगढ़ एसडीएम भागवत जायसवाल ने बताया कि विभिन्न निर्माण कार्यो में राशि की बंदरबांट की शिकायत मिली थी जिसकी शिकायत के बाद लगभग 75 लाख रूपए की रिकव्हरी की जानी है | उन्हें 6 व 8 अगस्त की पेशी में बुलाया गया है | उसके बाद ही संबंधित पंचायत प्रतिनिधी राशि जमा नही करते हैं ,तो उन्हें जेल भेजने की तैयारी भी की जा रही है । उनका कहना है कि इस नोटिस के बाद कुछ प्रतिनिधियों ने राशि जमा कराना शुरू कर दिया है ।