उपेंद्र डनसेना |
रायगढ़ | जिले में CSR मद से शिक्षकों की नियुक्ति का मामला अभी भी अधर में लटका हुआ है । भले ही शिक्षा सत्र चालू हुए दो माह का वक्त बीतने को है बावजूद इसके 451 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति सीएसआर मद से नहीं हो पा रही है । इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सरकारी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है । सीएसआर शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होनें का मुख्य कारण उद्योगों द्वारा बार-बार लापरवाही करना है ।
जानकारी के अनुसार औद्योगिक नगरी रायगढ़ में जिला प्रशासन के द्वारा उन सरकारी स्कूलों में सीएसआर मद से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करवाता है । जहां प्रमुख विषयों के शिक्षक नहीं है । इस बार शुरू से ही 451 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू तो हुई, लेकिन औद्योगिक घरानों ने इस पर पहल नहीं की । इसके चलते यह मामला लगातार अधर में लटका हुआ है । जिले के शिक्षा अधिकारी मणीन्द्र श्रीवास्तव कहते हैं कि निजी कंपनियों के सहयोग से सीएसआर मद पर ही अतिथि शिक्षक नियुक्त होते हैं, लेकिन उद्योग प्रबंधन इस पर रूचि नहीं दिखा रहे हैं । उनका कहना है कि एक बार नहीं बार-बार जिला कलेक्टर के आदेश से संबंधित उद्योग को पत्र भी जारी किया गया था, लेकिन नियुक्ति संबंधी मामला आगे नहीं बढ़ रहा है । शिक्षा अधिकारी का यह भी कहना है कि शिक्षकों की नियुक्ति पर आवेदन भी मंगाए गए थे पर यह प्रकिया शुरू भी नहीं हुई, लेकिन आगे नहीं बढ़ रही है ।