रायपुर / छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत सरकार, जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा ‘जल जीवन मिशन‘ के क्रियान्वयन के संबंध में निर्णय लिया गया कि-जल जीवन मिशन के संपूर्ण टेण्डर (ईओआई) को निरस्त करके भारत सरकार के निर्देशानुसार कार्यवाही की जाए। दरअसल राज्य में PHE विभाग के ENC द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली बरते हुए लगभग 10 हज़ार करोड़ के टेंडर में भ्रष्टाचार का खेल खेला था | बगैर टेंडर और वर्क ऑडर के ही जल जीवन मिशन में करोड़ो का काम कराया गया | ज्यादातर काम कागजों में हुआ | न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने माहभर पहले ही इस खेल का भंडाफोड़ किया था |आखिरकार इस पर केबिनेट की मुहर लग गई |
राज्य सरकार ने PHE के सभी टेंडरों को रद्द करने का ऐलान किया है | हालाँकि इसके लिए जिम्मेदार ENC के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई के निर्देश नहीं दिए गए है | राज्य सरकार के इस कदम से लोग हैरत में है | भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की इस आधी अधूरी कार्रवाई की चर्चा प्रदेश भर में हो रही है | दरअसल एक निलंबित चीफ इंजिनियर को राजनैतिक संरक्षण के चलते बगैर किसी नियम कायदे के सीधे ENC बना दिया गया था | इस अफसर ने ENC बनने के बाद फिर वही भ्रष्टाचार वाली कार्यप्रणाली का परिचय देते हुए सरकार की भद्द पिटवा दी |
उसने बगैर टेंडर और वर्क ऑडर की प्रक्रिया पूर्ण किये कागजों में ही करोड़ो का काम कर डाला | ठेकेदार जब अवैध बिलों के भुगतान को लेकर दबाव बनाने लगे तब मामले का खुलासा हुआ | न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने PHE विभाग के करोड़ो के भ्रष्टाचार के खेल का काफी पहले खुलासा किया था | इसके बाद तमाम मीडिया ने इस ओर अपनी सक्रियता दिखाते हुए न्यूज़ टुडे की खबरों की सत्यता की पुष्टि भी की |