रिपोर्टर – मनोज सागर
भोपाल / मध्यप्रदेश के तमाम जिलों में अब एग्रीकल्चर मॉल खोले जायेंगे | इन मॉल में तक खाद, बीज, कृषि के उपकरण और कृषि से जुड़ी दूसरी वस्तुओं को किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा | यही नहीं यहाँ किसान अपने उत्पादों को बेच सकेंगे | सरकार के मुताबिक बड़े शहरों – मेट्रोज की तर्ज पर इन मॉल्स को विकसित कर उसमे कृषि से जुड़े सभी उत्पाद उपलब्ध कराये जायेंगे | ताकि किसान को एक छत के नीचे कई उपयोगी वस्तुएं मिल सके | राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक मध्यप्रदेश में अब किसानों के लिए मॉल खोलने की योजना बनाई जा रही है | उनके मुताबिक जल्द ही मंडियों के आसपास ऐसे किसान मॉल खोले जाने की तैयारी है |
मंत्री कमल पटेल के मुताबिक किसानों के लिए मंडी में ही सारी सुविधाएं मौजूद रहें इसके लिए किसान मॉल बनाने का फैसला लिया गया है | उन्होंने बताया कि इस मॉल में किसान को खाद, बीज, कृषि से जुड़े उपकरण, राशन और दूसरी सामग्री आसानी से उपलब्ध हो जाएगी | कमल पटेल ने कहा कि किसान ट्रैक्टर पर दूर-दूर से अपना माल बेचने मंडी में आता है और वापस जाते वक्त उसको रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है | उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत आती है कि ट्रैक्टर सड़क किनारे खड़ा करके सामान लेने पर किसान का चालान बन गया या फिर ट्रेक्टर से जाम लग गया | इस समस्या से भी निजात मिलेगी और मंडी के अंदर ही किसान को सारा सामान उपलब्ध हो जायेगा |
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों के लिए मंडी के अंदर ही क्लीनिक भी खोला जाएगा | इसे किसान क्लिनिक नाम दिया जाएगा | उन्होंने बताया कि हर मंडी को स्मार्ट मंडी बनाया जा रहा है | सबसे पहले हर संभाग में 1-1 मंडी को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्मार्ट मंडी की तरह विकसित किया जाएगा |
यहां पर ही मॉल और क्लीनिक की सुविधाएं भी उपलब्ध की जाएंगी | उन्होंने कहा कि सरकार पीपीपी मॉडल पर यह सुविधाएं शुरू कर सकती है | दरअसल मध्यप्रदेश में सीहोर और उसके आसपास आईटीसी कंपनी इस तरह के मॉल खोल चुके है | उसके इस प्रोजेक्ट की तर्ज पर ही राज्य सरकार ने किसान मॉल की रूप रेखा तैयार की है |