मध्यप्रदेश में ‘लव जिहाद’ की प्रताड़ना का नया मामला, उर्दू और अरबी नहीं सीखने पर हिंदू युवती की जमकर पिटाई, प्यार का भूत उतरने के बाद पत्नी ने पति के खिलाफ दर्ज करवाई रिपोर्ट, जांच में जुटी पुलिस

0
7

शहडोल / मध्यप्रदेश में लव जिहाद को लेकर आने वाले कानून की चर्चाओं के बीच शहडोल जिले से हैरत करने वाला मामला सामने आया है | यहां लव जिहाद का शिकार हुई एक हिंदू युवती के सिर से प्यार का भूत उस समय उतरा जब उसके मुस्लिम पति ने मात्र भाषा को लेकर उसकी जमकर पिटाई की | यह युवती हिंदी में बातीचीत करती थी | उसका पति उसे उर्दू और अरबी बोलने पर मजबूर करता था | युवती ने इस भाषा को सीखने की कोशिश भी की , लेकिन समय पर वो नहीं सीख पाई | इस मामले को लेकर पति अक्सर नाराज हो जाया करता था | इतना नाराज कि बात बात पर उसकी पिटाई करने से गुरेज नहीं करता था | पीड़ित पत्नी ने आखिरकर उससे रिश्ता तोड़कर अपने घर का रुख कर लिया | उसने अपने साथ हुई प्रताड़ना की शिकायत पुलिस से भी की |

तफ्तीश में जुटी पुलिस ने शिकायत सही पाए जाने पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया | बताया जाता है कि दो साल पहले ज्योति नामक युवती को प्रेम जाल में फंसाकर मोहम्मद इरशाद नामक व्यक्ति ने घर से भगाकर शादी की थी | उस वक्त ज्योति के सिर पर इरशाद के प्यार का भूत इस कदर सवार था कि उसे एहसास ही नहीं हो रहा था कि वो असल में ‘लव जिहाद’ का शिकार हो रही है | शादी के चंद माह बाद ही इरशाद की हकीकत सामने आने लगी | दरअसल, मामला एमपी के शहडोल जिले का है | यहां के धनपुरी निवासी ज्योति दहिया ने 2 साल पहल मोहम्मद इरशाद खान से शादी की थी |

शादी के कुछ दिनों तक सब कुछ सही चलता रहा | उसके बाद परिवार के लोग मुस्लिम धर्म के तौर-तरीके सीखने के लिए दबाव बनाने लगे | सबसे ज्यादा दबाव उर्दू और अरबी सीखने को लेकर था | महिला इसके लिए तैयार नहीं थी | ज्योति का कहना है कि उसका पति उससे लगातार कहता था कि अब तुम मुस्लिम रीति-रिवाज सीख लो और साथ ही उर्दू पढ़ना लिखना भी सीख लो, लेकिन मैं सीख नहीं पाई, इस बात पर पति कभी मुझे मार भी दिया करता था | मैं हिंदू धर्म में ही रहना चाहती हूं | पीड़ित पत्नी की शिकायत के बाद पुलिस ने ज्योति के पति इरशाद खान को मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 1968 एवं प्रताड़ना के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। फ़िलहाल इस मामले में जांच जारी है |

ये भी पढ़े : बड़ी खबर : रायपुर में हुक्का , ड्रग्स और शराब पिलाने के लिए लाइसेंस की नहीं “साहब” की एनओसी की जरूरत , नशे के कारोबार में पुलिस अधिकारी माला माल , होटलों से लेकर ढाबों तक कायदे-कानूनों की उड़ रही धज्जियाँ , अय्याशी के ठिकाने गुलजार , पुलिस अधिकारी मस्त पीड़ित परिजन पस्त