नेता जी विधान परिषद में पॉर्न फिल्म देखते धरे गए, कांग्रेस MLC की गंदी बात, BJP ने मांगा इस्तीफा, देखे वायरल वीडियो

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बेंगलुरु / कर्नाटक में कांग्रेस के एक एमएलसी विधान परिषद में जनता की आवाज़ नहीं बल्कि पोर्न फिल्म की चींख सुनते धरे गए। विधायक जी के हाथों में मोबाइल और उस पर फिल्म देखते रंगे हाथों धरे जाने का वाकया सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर पॉर्नगेट की गूंज सुनाई दे रही है। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य एमएलसी प्रकाश राठौड़ पर आरोप लगा है कि वह विधान परिषद में बैठकर अपने मोबाइल पर पॉर्न वीडियो के जरिये अश्लीलता परोस रहे थे। वीडियो सार्वजानिक होने के बाद राठौड़ की इस हरकत को लेकर बीजेपी उन पर हमलावर हो गई है। उसने राठौड़ का इस्तीफा मांगा है।

कुछ अन्य एमएलसी ने भी यह दावा किया कि कांग्रेस एमएलसी प्रकाश राठौड़ विधान परिषद में कार्यवाही के दौरान अपने मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देख रहे थे। वीडियो में दिख रहा है कि कार्यवाही के दौरान राठौड़ अपने मोबाइल फोन का स्टोरेज साफ कर रहे हैं। इस दौरान कुछ अश्लील वीडियो भी उनके फोन पर देखे गए। हालांकि वीडियो उन्होंने क्लिक नहीं किए और सीधे स्क्रॉल करते हुए आगे बढ़ गए। इस दौरान पोर्न फिल्मों की आवाज़ आने से कुछ साथी एमएलसी का ध्यान उनकी ओर गया।

उधर मामले के तूल पकड़ने के बाद एमएलसी राठौड़ ने कहा कि वह प्रश्नकाल के दौरान सरकार से पूछे जाने वाले अपने सवालों को लेकर मोबाइल फोन पर रखी गई समाग्री को ढूंढ रहे थे। उनके मुताबिक फोन में स्टोरेज ना होने के कारण फाइल डाउनलोड नहीं हो पा रही थी इसलिए वह कुछ सामाग्री को डिलीट कर रहे थे। उन्होंने कहा, “… जब मैं प्रश्न संबंधित फाइल की तलाश में था तो फोन में बहुत सारे संदेश थे जो मैं उन्हें हटा रहा था क्योंकि मेरा फोन स्टोरेज भरा हुआ था। अपनी सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि जो आपने (मीडिया) देखा या दिखाया है वह मुझे नहीं पता। मैं कभी ऐसी हरकत नहीं करूंगा। ना ही कभी मैंने ऐसी बातें करी या ऐसी चीजें देखीं।’

कर्नाटक असेंबली में पोर्न फिल्मों के देखे जाने की घटना पहले भी हो चुकी है | वर्ष 2012 में इसी तरह की एक घटना में, तीन मंत्री कैमरे पर सदन की कार्यवाही के दौरान कथित रूप से एक मोबाइल फोन पर अश्लील क्लिपिंग देखते हुए पकड़े गए थे, जिसकी वजह से तत्कालीन भाजपा सरकार को शर्मिंदा होना पड़ा था। इस घटना के सामने आने के बाद तीनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। इस बार मामला कांग्रेस एमएलसी का है। लिहाजा बीजेपी फूल फॉर्म पर है।

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