मुंबई:- चॉकलेट पर भगवान् की तस्वीर छापना नेस्ले को भारी पड़ गया है. देश विदेश में जमकर ट्रोल होने के बाद मुँह की खानी पड़ी. प्रोड्कट वापस लेते हुए नेस्ले ने सफाई में कहा कि ट्रैवल ब्रेक पैक का उद्देश्य लोकल डेस्टिनेशंस की सुदंरता सेलिब्रेट करना है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए उसने पिछले साल ओडिशा के के कल्चर को सेलिब्रेट करने का निर्णय लिया था. इसके लिए यूनिक आर्ट की झलक दिखाने वाली डिजाइन का पैक पर इस्तेमाल किया गया. मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले ने चॉकलेट के रैपर पर भगवान की तस्वीर छापने को लेकर आज माफी मांग ली. इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वह इस तरह के सारे प्रॉडक्ट को मार्केट से वापस मंगा रही है. नेस्ले के किटकैट ब्रांड चॉकलेट के रैपर पर भगवान जगन्नाथ की तस्वीर छापे जाने से विवाद शुरू हो गया था.
कई यूजर ने ट्विटर पर तस्वीर साझा करते हुए आपत्ति व्यक्त की थी. आपत्ति जताने वालों ने कहा कि लोग चॉकलेट खाने के बाद रैपर सड़कों, नालियों या डस्टबिन में फेंक देते हैं. इस कारण कंपनी को रैपर सड़कों, नालियों या डस्टबिन में फेंक देते हैं. इस कारण कंपनी को रैपर से भगवान जगन्नाथ, भगवान बालभद्र और माता सुभद्रा की तस्वीर हटानी चाहिए. नेस्ले ने इसका रिप्लाई करते हुए माफी की मांग की और बचे प्रॉडक्ट को मार्केट से वापस मंगाने का ऐलान किया. नेस्ले ने सफाई में कहा कि ट्रैवल ब्रेक पैक का उद्देश्य लोकल डेस्टिनेशंस की सुदंरता सेलिब्रेट करना है. कंपनी ने कहा कि रैपर पर लगी तस्वीर सरकार की टूरिज्म वेबसाइट से प्रेरित है. हम इस आर्ट और इससे जुड़े कलाकारों के बारे में अधिक जानने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना चाहते थे. हमारे पहले के ऐसे कैंपेन से साबित हुआ है कि कंज्यूमर ऐसी सुंदर डिजाइन को अपने पास संजोकर रखते हैं. हालांकि हम इस मामले की संवेदनशीलता को समझते हैं.
नेस्ले ने कहा कि अगर अनजाने में इस गलती से किसी की भावना आहत हुई है तो वह माफी मांगती है.कंपनी ने कहा कि उसने तत्काल प्रभाव से बाजार से ऐसे प्रॉडक्ट को हटाना शुरू कर दिया है. कंपनी ने कहा कि वह ऐसे पैकेट बाजार से वापस मंगा रही है.