
दिल्ली : – भारत के पडोसी देश नेपाल के पीएम केपी ओली देश छोड़कर कभी भी प्लेन से दुबई भाग सकते हैं, उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति ने इसे मंजूर भी कर लिया है। सेना ने ओली को सुरक्षित स्थान पर रखा है, जबकि पीएम समेत 10 मंत्रियों के इस्तीफ़े के बावजूद नेपाल में खूनी प्रदर्शन जारी है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री ओली को नेपाल से ले जाने के लिए एक निजी एयरलाइन, हिमालय एयरलाइंस, को स्टैंडबाय पर रखा गया है। बढ़ते राजनीतिक उथल-पुथल और कई मंत्रियों के इस्तीफों के बीच, ओली ने नेपाल से जाने से पहले उप-प्रधानमंत्री को कार्यकारी जिम्मेदारियाँ सौंप दी हैं।

उधर राजधानी काठमांडू समेत दर्जन भर जिलों में छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शनों के बीच गोली कांड की घटनाएं भी सामने आ रही है। इस घटनाक्रम के बीच पीएम केपी शर्मा ओली के दुबई भागने के आसार बढ़ गए हैं। नेपाली मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इलाज करवाने के लिए दुबई जा सकते हैं। नेपाली प्रधानमंत्री के दुबई जाने की संभावना को लेकर रिपोर्ट उस वक्त आई है, जब नेपाल में दर्जनों जगहों पर दूसरे दिन भी छात्रों का प्रदर्शन जारी है और हिंसा हो रही है। दूसरी तरफ नेपाल सरकार के गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और कृषि मंत्री समेत 10 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन प्रदर्शनकारी हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ रहे है। प्रधानमंत्री ओली के करीबी सूत्रों के हवाले से उनके देश छोड़कर दुबई जाने को योजना की जानकारी सामने आ रही है।

दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के राष्ट्रपति के निजी आवास को फूंक दिया है। जबकि सरकार ने त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) के कर्मचारियों को वीआईपी यातायात के प्रबंधन के लिए हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि लोगों के आक्रोश से बचने के लिए कई नेता देश छोड़कर फरार हो सकते हैं। टीआईए के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि “एक अनौपचारिक निर्देश जारी किया गया है। यह संभावना है कि नेता, काठमांडू को असुरक्षित मानते हुए, यात्रा करने का प्रयास कर सकते हैं, जिससे वीआईपी यातायात बढ़ सकता है। इसलिए, कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।”