मुंबई वेब डेस्क / मशहूर कलाकार और हिंदी सिनेमा के चमकते सितारे ऋषि कपूर ने भले ही दुनिया को अलिवदा कह दिया हो लेकिन वो लोगो को हमेशा याद रहेंगे | उनके अंतिम संस्कार में परिवार के 20 लोग मौजूद रहे | दुखद बात यह रही कि उनके अंतिम संस्कार में बेटी रिद्धिमा चाहकर भी पहुंच नहीं पाईं | हालांकि उन्हें गुरुवार सुबह दिल्ली पुलिस ने मूवमेंट पास दे दिया था | लेकिन मुंबई तक का सफर लंबा होनके की वजह से वे पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाईं |
ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार चंदनवाड़ी श्मशान घाट में इलेक्ट्रिक प्रणाली से किया गया | इस मौके पर कुछ खास लोग ही सैफ अली खान, करीना कपूर, आलिया भट्ट, अभिषेक बच्चन, नीतू कपूर, आदर जैन, कुणाल कपूर समेत कपूर परिवार के नजदीकी लो शामिल थे |
उन्हें अंतिम विदाई देने पांच अन्य नजदीकी लोग भी शामिल हुए | ऋषि का निधन पूरे कपूर खानदान के लिए बड़ा झटका है | खासकर नीतू कपूर, रणबीर और रिद्धिमा कपूर के लिए इस दुखद घड़ी का सामना करना बेहद चुनौतीपूर्ण है |
रिपोर्ट के मुताबिक रिद्धिमा दिल्ली में रहती हैं. लॉकडाउन की वजह से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ा है. हालांकि ऋषि के दिल्ली में मौजूद रिश्तेदारों को सड़क के रास्ते मुंबई लाने की परमिशन मिल गई है. ऋषि कपूर की बेटी ने साऊथ ईस्ट डीसीपी से मूवमेंट पास की परमिशन दी थी |
उन्होंने सड़क मार्ग से मुंबई जाने का फैसला किया | उन्हें 14 से 15 घंटे मुंबई पहुंचने में लगेंगे ऋषि कपूर की बेटी उनके बहुत करीब रहीं. उनका अंतिम संस्कार नहीं पहुंच पाना परिवार के लिए और खुद रिद्धिमा के लिए मुश्किल भरा रहा |
उधर नीतू कपूर द्वारा शेयर की गई एक इमोशनल पोस्ट चर्चा में रही | ऋषि कपूर की पत्नी और एक्ट्रेस नीतू कपूर ने इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था | इस पोस्ट को ऋषि कपूर के निधन के बाद कपूर परिवार की तरफ से एक औपचारिक स्टेटमेंट माना जा रहा था | स्टेटमेंट में कहा गया है- हमारे करीबी ऋषि कपूर का आज सुबह 8.45 पर निधन हो गया | वो पिछले दो सालों से leukemia से ग्रेसित थे | अस्पताल में डॉक्टर ने अंतिम क्षण तक उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की थी |
ऋषि पिछले दो सालों से खुद को मजूबत रख रहे थे | वो जिंदादिली से जीने की कोशिश कर रहे थे | परिवार, दोस्त,और फिल्म हमेशा उनके फोकस में रहीं | उन से जो भी मिलता था, वो ये देख हैरान रह जाता था कि इस बीमारी के बीच भी वे खुश थे और अपनी बीमारी को कभी अपने पर हावी नहीं होने देते थे |
वो इस बात से खासा खुश थे कि उन्हें अपने फैंस से इतना प्यार मिल रहा था | आप सभी जानते होंगे कि ऋषि की यही इच्छा रही है कि उन्हें हर कोई एक मुस्कान के साथ विदा करे बजाय आंसुओं के |