नई दिल्ली / एनडीटीवी के प्रवर्तक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने प्रतिभूति अपीलीय अधिकरण (सैट) के जुर्माने पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उनके चैनलों की स्थिति बहुत खराब है और उनके पास रकम जमा करने के नाम पर कुछ भी नहीं है। सीजेआई एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष प्रवर्तकों के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, उनके मुवक्किल के पास करीब 50 लाख शेयर के अलावा कोई धन नहीं है। हम सिर्फ इतना कह सकते हैं कि हमारे शेयर हस्तांतरित नहीं किए जाएंगे। हम इसके लिए शपथ पत्र देने को भी तैयार हैं।NDTV की ओर से कहा गया है कि हम एक संघर्षरत न्यूज चैनल हैं। हमें काफी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा है। इस पर पीठ ने कहा, आपको कुछ सिक्योरिटी देनी होगी। शेयर का मूल्य कितना है।
इस पर रोहतगी ने कहा, आज की तारीख में शेयर की मूल्य करीब 17 करोड़ है। पीठ ने एनडीटीवी के प्रवर्तकों को शुक्रवार तक शपथपत्र दाखिल करने के लिए कहा है। शीर्ष कोर्ट अब सोमवार को इस मामले में सुनवाई करेगा। दरअसल एनडीटीवी के प्रवर्तकों ने प्रतिभूति अपीलीय अधिकरण (सैट) के उस आदेश को चुनौती दी है , जिसके जरिए उन्हें कथित अवैध लाभ का 50 फीसदी हिस्सा जमा करने का निर्देश दिया गया था। दरअसल, बाजार नियामक ‘सेबी’ (भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड) ने पाया था कि उन्हें यह कथित अवैध लाभ हुआ है। प्रवर्तकों ने शीर्ष न्यायालय से कहा कि वे इस बारे में शपथपत्र देना चाहते हैं कि एनडीटीवी में उनकी हिस्सेदारी (शेयर) हस्तांतरित नहीं की जाएगी। पीठ के सदस्यों में न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमण्यन भी शामिल हैं।
सैट ने एनडीटीवी के प्रवर्तकों के अवैध तरीके से अर्जित लाभ का 50 फीसदी हिस्सा सेबी के पास जमा करने का निर्देश दिया था, जिसने खास रिण समझौतों के बारे में अंश धारकों (शेयर होल्डर) से सूचना छिपाने और विभिन्न प्रतिभूति नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर उन पर जुर्माना लगाया था। सेबी के खिलाफ उनकी अपील पर सुनवाई करते हुए अधिकरण ने यह भी कहा था कि यदि एनडीटीवी यह रकम जमा कर देता है, तो उसके समक्ष अपनी अपील लंबित रहने के दौरान शेष राशि नहीं वसूली जाएगी। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई सुनवाई के दौरान पीठ ने प्रणय और राधिका के वकीलों से पूछा कि वे सेबी के पास कितनी रकम जमा करने को इच्छुक हैं। रोहतगी ने कहा कि प्रवर्तक इस बारे में शपथ पत्र देने को इच्छुक हैं कि एनडीटीवी में जो शेयर उनके पास है उसे हस्तांतरित नहीं करेंगे।
वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि ‘‘हमारे पास कोई और धन नहीं है। हम एक संघर्षरत न्यूज चैनल हैं। हमें काफी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा है। ’’ पीठ ने कहा, ‘‘आपको कुछ प्रतिभूति देनी होगी। शेयर का मूल्य कितना है। ’’ अधिवकता ने जवाब दिया, ‘‘ प्रत्येक शेयर का मूल्य 37 रुपये है और हमारे पास 50 लाख शेयर हैं।’’ उन्होंने कहा कि शुक्रवार तक शपथपत्र दाखिल किया जाएगा। गौरतलब है कि चार जनवरी को अधिकरण ने दो अलग आदेशों में इस बात का जिक्र किया था कि रॉय दंपती द्वारा दायर अपीलों पर विचार किये जाने की जरूरत है तथा अपीलों को अधिकरण के समक्ष अंतिम निस्तारण के लिए 10 फरवरी 2021 की तारीख तय की गई थी।