दिल्ली वेब डेस्क / लॉकडाउन की धमाचौकड़ी के चलते लोग उस तपिश को भुला बैठे थे , जिसे नौतपा कहा जाता है | कोरोना संक्रमण का खौफ लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था | इस बीच नौतपा की चर्चा शुरू हो गई है | दरअसल इस माह की 25 मई को सूर्य देव प्रातः 7 बजकर 5 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 15 दिनों तक इसी नक्षत्र में स्थित रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र में सूर्यदेव के प्रवेश से नौतपा भी प्रारंभ हो जाएंगे। नौतपा से मतलब सूर्य का नौ दिनों तक अपने सर्वोच्च तापमान में होना है | अर्थात इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होगी। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र देव रोहिणी नक्षत्र के स्वामी हैं, जो शीतलता का कारक हैं, परंतु नौतपा में वे सूर्य के प्रभाव में आ जाते हैं।
उधर देश में अम्फान तूफान ने भी तबाही मचाना शुरू कर दिया है | बंगाल की खाड़ी में इसके टकराने की वजह से जानमाल के भारी नुकसान का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है | बताया जाता है कि इसका सर्वाधिक असर पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में होगा | लेकिन सम्पूर्ण उत्तर भारत को भी यह चक्रवाती तूफान अपनी चपेट में लेगा | जानकारों के मुताबिक इस तूफान की वजह से तटीय इलाकों में भारी तबाही का अंदेशा है | एक तो कोरोना का संक्रमण , उसके साथ अम्फान तूफान का झटका और फिर नौतपा की शुरुआत | इस ट्रायंगल में इंसानों को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा |