Nameplate Row: जन सुविधा के मद्देनजर दुकानों के आगे संचालक का नाम लिखना जरूरी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नए फरमान का व्यापक असर, सरकारी आदेश को ब्रज के संतों का समर्थन, कहा- नाम संग आधार कार्ड भी लगाएं ताकि शख्स की पहचान सुनिश्चित हो……  

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नई दिल्ली/लखनऊ/भोपाल/जयपुर/रायपुर: Nameplate Row: बीजेपी शासित राज्यों में जल्द ही लोगों को एक ऐसी जन सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे दुकान संचालकों की पहचान सुनिश्चित हो सकेगी। दुकान संचालक किस धर्म समुदाय का है, उसके नाम और आधार कार्ड से आसानी से पहचान लिया जायेगा। दरअसल खाने – पीने की वस्तुओं से लेकर कई उपभोक्ता सामग्रियों की गुणवत्ता को लेकर विवाद की स्थिति देखी जा रही थी। कई मौको पर तो हिंदू उपभोक्ताओं को उनके धर्म और आचार संबंधी मान्यताओं को दरकिनार कर मांस तक परोस दिया गया था। यही हाल उन गैर हिंदू धर्मालम्बियों का भी बताया जाता है, जो खान-पान में शुद्धता और नियम पालन पर जोर देते है। मांसाहार के शौंकीनों को भी ‘झटका और हलाल’ को लेकर दो चार होना पड़ता था।

खासतौर पर धार्मिक स्थलों और उनसे जुड़ी मान्यताओं वाले शहरों में खान-पान को लेकर शासन – प्रशासन को रोजाना शिकायते प्राप्त हो रही थी। योगी सरकार ने अब उत्तर प्रदेश में इस समस्या का अचूक हल निकाला है। यहाँ अब कुछ खास कारोबार के संचालकों की धार्मिक और सामाजिक पहचान भी जाहिर हो सकेगी। इससे हर धर्म समुदाय के लोगों को उनकी मनपसंद सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। 

सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बीजेपी शासित अन्य राज्यों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। वृंदावन के रमणरेती स्थित हनुमान टेकरी आश्रम में हनुमान टेकरी के अधिकारी महंत दशरथ दास महाराज की अध्यक्षता में आयोजित एक धर्म सभा में जनता के खान – पान और भोजन – अनुष्ठान की शुद्धता और गुणवत्ता को लेकर सरकार के आदेश का समर्थन किया गया।

नए आदेश के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे उत्तर प्रदेश में सभी दुकानों, होटल-ढाबों, ठेली एवं कार्यस्थलों पर दुकान का नाम और दुकान के मालिक का नाम अनिवार्य रूप से पटल पर लिखने के आदेश दिए है। धार्मिक नगरी के साधु – संत ही नहीं बल्कि आम लोग भी इस आदेश का स्वागत कर रहे है। धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह पूरे भारत में फल-सब्जी की दुकानों पर होटल-ढाबों, भोजनालयों एवं व्यापारिक स्थलों पर दुकान का पूरा नाम एवं मालिक का नाम अनिवार्य रूप से लिखने का नियम लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण उत्तर प्रदेश में घनश्याम हो या इमरान सबको लिखना होगा नाम।

धर्म सभा में हनुमान टेकरी के अधिकारी महंत दशरथ दास महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री का नाम लिखने वाला निर्णय स्वागत योग्य है। स्वामी सत्यमित्रानंद महाराज ने कहा कि दुकानों पर सिर्फ नाम लिखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि साथ में दुकान मालिक का आधार कार्ड भी लगाया जाना चाहिए। धर्म रक्षा संघ के मार्गदर्शक महंत मोहिनी बिहारी शरण, स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज, महंत देवानंद परमहंस, महंत शिव बालक दास, राष्ट्रीय महामंत्री श्रीदास प्रजापति, सुशैन आनंद, महंत मोहनदास, महंत नृसिंहदास, महंत कृष्णदास आदि उपस्थित रहे।