सरगुजा संभाग के जंगलो में तीन दिन में 4 हाथियों की रहस्यमय मौत , तीन प्रतापपुर रेंज में,राजपुर क्षेत्र में एक और हाथी की मौत

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रिपोर्टर – अफरोह खान 

सूरजपुर / एक तरफ केरल में एक हथनी की मौत पर पुरे देश में राजनीति और  चर्चा हों रही थी | वही दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ से सुदूर वन क्षेत्र प्रतापपुर और राजपुर में तीन दिन में चार जंगली हाथियों का शव मिलने पर न ही कोई बड़ी चर्चा हों रही है और न ही वन कर्मियों के ऊपर कोई ऊँगली उठा है | बेजुबान जंगली हाथियों के दल में  खलबली मची हुई है | हाथियों के व्यवहार में परिवर्तन देखा जा रहा है | रात भर जंगलो से हाथियों के दहाड़ने की आवाज़ आती है जिससे जंगल के नजदीक बसे गांवों के ग्रामीण भी दहशत में है |  

लगातर जंगली हाथियों की रहस्य्मय मौत से वन विभाग की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है | लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी का शव मिला है। प्रतापपुर से लगे राजपुर परिक्षेत्र के गोपालपुर के जंगल में हाथी की मौत होने की जानकारी मिल रही है।बताया जा रहा है कि यह भी गणेशपुर में डटे प्यारे के ग्रुप का सदस्य है जिनमें दो हथिनियों के साथ पेट में पल रहे शावक की मौत हई थी।मिली जानकारी के अनुसार इसका पोस्टमार्टम करा विसरा सेम्पल जांच के लिए भेजा गया है।
                     

प्रतापपुर के गणेशपुर में लगातार दो दिनों में दो हथिनियों के साथ पेट में पल रहे शावक की मौत से वन विभाग उबर नहीं पाया था कि अब एक और हाथी की मौत की हो गई,लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी की मौत ने वन विभाग को सकते में ला दिया है।इस बार हाथी का शव प्रतापपुर परिक्षेत्र से लगे राजपुर परिक्षेत्र के गोपालपुर के जंगल में मिला है | बताया जा रहा है कि यह मृत हाथी भी प्यारे के उस ग्रुप का सदस्य है , जो गणेशपुर में डटा है| इनमें तीन हाथियों की मौत हो चुकी है | अनुमान है कि यह मौत तीन चार दिन पहले हुई है। मिली जानकारी के अनुसार प्यारे का ग्रुप कुछ दिन पूर्व बीच में गणेशपुर होकर राजपुर परिक्षेत्र में घुसा था और एक दो रहने के बाद वापस लौट गया था। आज सुबह जंगल में हाथी के शव होने की जानकारी ग्रामीणों ने स्थानीय वन कर्मचारियों को दी थी |  जिसके बाद वन अमला वहां पहुंच गया है और उसके पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है। 

आज छत्तीसगढ़ वन विभाग के सभी बड़े अधिकारी प्रतापपुर में हैं और दूसरे दिन मील हथिनी के शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी रही है।ऐसे में बगल में एक और हाथी का शव मिलने से सनसनी फैल गई है, बरहाल लगातार तीसरे दिन चौथे हाथी की मौत ने विभाग को हिलाकर रख दिया है तथा मौतों का कारण जानना विभाग के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर खड़ा है।