रिपोर्टर – नईम खान
मुंगेली / जिले के जरहगांव में किसान आंदोलन के समर्थन में आज ब्लॉक स्तर पर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन के साथ किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया जहाँ ब्लॉक अध्यक्ष रामचंद साहू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता व क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी जनों के साथ किसान सम्मिलित हुए,,,
मुख्य मार्ग जरहगांव बसस्टैंड में किसान सम्मेलन का आयोजन हुआ जहाँ केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि बिल को काला कानून बताते केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा गया | वहीँ दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के समर्थन में जान गंवाए 70 से अधिक किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते 2 मिनट का मौन धारण कर बिल वापसी तक आंदोलनरत रहने साथ ही घर घर किसानों को नए बिल से भविष्य में होने वाले नुकसान से वाकिफ कराने शपथ ली गई |
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किसान सम्मेलन को संबोधित करते ब्लॉक अध्यक्ष रामचंद साहू ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनो बिल से होने वाले नुकसान को विस्तार से बताया | जिसमे पहला-कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य विधेयक 2020 जिसमें किसानों को मंडियों से बाहर बेचने के लिए अनुमति प्रदान करना।दूसरा-कृषक संरक्षण सशक्तीकरण कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार का जिससे थोक विक्रेताओ को खरीदने व स्टाक करने की अनुमति दिया जाना।
तीसरा-आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक 2020 जिसका मतलब खाने की वस्तु चावल,दलहन,तिलहन,खाद्य तेल,प्याज,आलू पर प्रतिबंद था उसको स्टॉक करने की अनुमति देना। जो कि पूर्ण रूप से किसान विरोधी है,इसलिए आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व किसान सम्मेलन के रूप में किसानों की आवाज बुलंद किया जा रहा है। केंद्र सरकार को ऐसे नीति और रीति बनाये जाने की जरूरत है,जिसमे नियत साफ रहे |
किसान,युवा,आमजन सबको समझ आ सके। कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों के साथ बड़ा छलावा व अत्याचार किया जा रहा है जिसका किसानों के साथ हम विरोध करते हुए आंदोलन को बिल वापसी तक किसानों के आंदोलन को समर्थ न देते हुए साथ आंदोलनरत रहने की बात कही |