
मुंबई में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन ठप कर दिया है। सड़कों पर पानी भरने से कई वाहन जहां-तहां फंस गए। अंधेरी सबवे में पानी भरने के बाद इसे अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। चेंबूर के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में अस्पताल तक पहुंचना चुनौती बन गया—माँ जनरल अस्पताल तक कई परिजन मरीजों को कंधों पर उठाकर ले जाते दिखे।
मुख्य बातें
लगातार तेज़ बारिश से 7 लोगों की मौत की पुष्टि; कई इलाकों में जलभराव
ठाणे और पालघर के लिए IMD का रेड अलर्ट (18–19 अगस्त)
मुंबई में 8 घंटे में 170 मिमी बारिश; 14 स्थानों पर जलभराव, दो जगह ट्रैफिक बाधित
स्कूल–कॉलेज बंद, कई उड़ानों में आगमन–प्रस्थान दोनों में देरी
नांदेड़ में 200 से अधिक लोग फंसे, सेना को बुलाना पड़ा
विदर्भ में 2 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल को नुकसान, 800 गांव प्रभावित
मुंबई की स्थिति: जगह-जगह कमर तक पानी
IMD अलर्ट और प्रशासनिक कदम
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ठाणे और पालघर जिलों में 18–19 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। एहतियातन स्कूल–कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आपातकालीन केंद्र से हालात की समीक्षा के बाद बताया कि अगले 10–12 घंटे बेहद अहम हैं और स्थानीय निकायों को आवश्यकता अनुसार छुट्टियां घोषित करने का अधिकार दिया गया है।
परिवहन पर असर: उड़ानें और सड़क यातायात
खराब मौसम के कारण हवाई यातायात प्रभावित हुआ। एयरपोर्ट जाने वाले कई मार्गों पर जलभराव से ट्रैफिक धीमा पड़ा है। एयरलाइंस ने यात्रियों से समय से पहले निकलने और ऐप/वेबसाइट पर फ्लाइट स्टेटस लगातार चेक करने की अपील की है। शहर में कई प्रमुख जंक्शनों पर पानी भरने से वाहन रेंगते रहे; प्रशासन ने जलनिकासी के लिए पम्प तैनात किए हैं।
राज्य के अन्य जिले: बड़े पैमाने पर नुकसान
मुख्यमंत्री के अनुसार रत्नागिरी, रायगढ़ और हिंगोली में भी भारी बारिश हुई है। विदर्भ क्षेत्र में 2 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल बर्बाद बताई गई, जबकि 800 गांव प्रभावित हैं। मराठवाड़ा में पिछले पांच दिनों में 6 लोगों की मौत और 205 पशुधन की हानि की सूचना है। नांदेड़ में फंसे 200+ लोगों को निकालने के लिए सेना की सहायता ली गई।
राजनीति: BMC पर जवाबदेही के सवाल
बारिश और जलभराव के बीच शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने BMC और सरकार पर सवाल उठाते हुए सड़कों की खराब हालत और कथित घोटालों को जिम्मेदार बताया। उनका कहना है कि लंबे समय से चुनाव न होने के कारण BMC पर राज्य सरकार का नियंत्रण है और जवाबदेही का अभाव बना हुआ है। उधर, मुख्यमंत्री फडणवीस ने आश्वासन दिया कि सभी एजेंसियां लगातार निगरानी कर रही हैं और राहत–बचाव कार्य जारी हैं।
क्या करें, क्या न करें (एडवाइजरी)
अनावश्यक यात्रा से बचें; निकासी मार्ग और ऊंचे स्थानों को प्राथमिकता दें।
बिजली के खंभों/खुले तारों और जलभराव वाले अंडरपास से दूर रहें।
ट्रेन/फ्लाइट से यात्रा हो तो आधिकारिक चैनलों पर लाइव स्टेटस देखें।
पेयजल उबालकर पिएं; पानी में चलने पर गमबूट/कवर का उपयोग करें।
आपात स्थिति में स्थानीय वार्ड कंट्रोल रूम/डायाल 112 पर सहायता लें।
नोट: स्थिति निरंतर बदल रही है। पाठकों से अपील है कि स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग के आधिकारिक अपडेट पर नज़र बनाए रखें और निर्देशों का पालन करें।