बेंगलुरु / एक लाख रुपये में किसी को आसियाना मिल जाये, इससे बड़ी और क्या बात हो सकती है | यही नहीं यह घर चलता फिरता हो तो क्या कहने | सैर सपाटे के लिए जाने वाले लोग हो या फिर ऐसे लोग जिनके सिर पर छत नहीं है, उनके लिए यह घर किसी तोहफे से कम नहीं है | सोशल मीडिया में इन दिनों 1 लाख रुपये में बने इस घर की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है | खास बात यह है कि इस घर को मकान मालिक जहां चाहें, वहां ले जा सकता हैं | इस घर में बेडरूम, लिविंग रूम, किचन के साथ टॉयलेट भी है | इसमें दो लोग बड़े आराम से रह सकते हैं |
यही नहीं खुली हवा में बैठने का मन है या फिर मौसम का लुफ्त उठाने का | इस घर की छत पर आरामदायक कुर्सी रखकर इसका भी आनंद उठाया जा सकता है | इस घर को मात्र 36 वर्ग फीट में बनाया गया है | घर में रहने वालों की सुविधा के लिए 250 लीटर का वॉटर टैंक, 600 वॉट का सोलर पैनल लगा है | इस घर में दरवाजे और ऊपर छत पर जाने के लिए सीढ़ियां भी बनी हुई हैं | ताकि सुविधानुसार उसका उपयोग किया जा सके | इस घर को बनाने वाले हैं तमिलनाडु के रहने वाले 23 साल के अरुण प्रभु |
अरुण प्रभु ने इस घर को पुराने चीजों से रि साइकल कर बनाया है | इसे बनाने में उन्हें लगभग 5 महीने का वक़्त लगा | दिलचस्प बात यह है कि इस घर को एक ऑटोरिक्शा को मॉडिफाइ कर बनाया गया है | इसमें बने घर की बनावट हर किसी को प्रभावित कर रही है | अरुण प्रभु ने बेंगलुरु की ही डिजाइन और आर्किटेक्ट कंपनी बिलबोर्ड के साथ मिल कर इसे बनाया है |
बताया जाता है कि ऑटोरिक्शा में बना यह घर उन लोगों के लिए के लिए काफी फायदेमंद है, जो अक्सर सैर सपाटे के लिए निकल पड़ते है | यही नहीं देर से घर पहुंचने वालों के लिए भी यह कारगर साबित हो सकता है |