
राकेश शुक्ला
कांकेर | छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के दुधावा बांध पर बने एक टापू गहरिन बाँधा कर्क ऋषि आश्रम के समीप टापू में 100 से अधिक बंदरों का झुंड़ फस गया है | वही ग्रामीणों की माने तो यह बंदर प्रत्येक साल बारिश के दिनों में तीन चार महीने तक फसें रहते है और जैसे ही बारिश कम होती है तब वह अपने आप बाहर निकल जाते है और तेज़ बारिश और जल स्तर बढ़ने के कारण सभी बंदर ताक़रीबन तीन माह से टापू में फसे हुए है | जिसकी खबर अब तक किसी को नही थी, .तभी अचानक मच्छवारो ने धमतरी स्थिति जलसंसाधन विभाग को जानकारी दी | जिन्होंने कांकेर तलब किया, सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम दुधावा डेम पहुंची | वही वन विभाग लगातार कोशिश कर रही है |
लेकिन बंदरो को रेस्क्यू नही किया जा सका है | भोजन की कमी के चलते सभी बंदरो के व्यवहार में भी परिवर्तन आ गया है | वही विभाग नाव के माध्यम से टापू तक पहुंच कर बंदरो तक भोजन की व्यवस्था करने में लगा है | बीते तीन दिनों से विभाग लगातर कोशिश में लगी है की बंदरो को बाहर कैसे निकाला जाए |