रायपुर / कोरोना काल में आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है | सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटा है | अवैध शराब बिक्री, गाय और गौठानों को लेकर सरकार के रवैये , हाथियों की मौत , कोरोना काल में मरीजों को अस्पताल में हो रही दिक्क्तों , क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली समेत कई मुद्दों पर विपक्ष ने सदन में सरकार को घेरने की कवायद की है |
4 दिनों तक चलने वाले इस सत्र की शुरआत में छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी समेत तमाम दिवंगत विधायकों और पूर्व मंत्रियों को श्रद्धांजलि दी गई | सत्ताधारी दल और विपक्ष की ओर से शुरुआती भाषण में अपना-अपना पक्ष रखा गया | तमाम नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कार्यों को याद करते हुए उन्हें सपनों का सौदागर बताया | पक्ष विपक्ष दोनों नेताओं ने स्वर्गीय जोगी के छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान को लेकर सराहना की गई |सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि यदि सत्ताधारी दल ने जहाँ महत्वपूर्ण मुद्दों पर विपक्ष को कड़ा जवाब देने की रणनीति तैयार की है ,वही इन मुद्दों से बचने की सत्ताधारी दल की कोशिशो पर पानी फेरने के लिए विपक्ष ने भी कमर कसी है | विपक्ष ने कुछ मुद्दों पर स्थगन प्रस्ताव पेश करने की तैयारी भी की है |
विपक्ष इस तैयारी में भी है कि किसानों की समस्याओं को लेकर दिनभर चर्चा हो | जरुरी पड़े तो इस मामले में भी स्थगन प्रस्ताव लाया जाए | धान की खरीदी , किसानों को चार किस्त भुगतान नहीं होने, नकली खादय बीज के मामलों , पीडीएस सिस्टम ,प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति , सीएम हाउस के सामने बेरोजगार युवक की आत्महत्या की कोशिश फिर अस्पताल में मौत समेत अन्य मुद्दों पर विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव की भी तैयारी की है |
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सदन में बीजेपी की तैयारियों को लेकर कहा कि वही है जो जनता का मुद्दा है | कोरोना में व्यवस्था का मुद्दा है, माफिया राज का मुद्दा है, किसानों का मुद्दा है, यूरिया की कालाबाजारी का मुद्दा है और ऐसे ही तमाम मुद्दे हैं जिन्हें विधानसभा में बीजेपी उठाएगी |
जानकारी के मुताबिक विधानसभा सत्र के दौरान मंत्री समेत सभी 90 विधायकों का कोरोना टेस्ट की पहल की गई है | इसके पूर्व कई विधायकों ने कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के साथ सदन में आने को लेकर इंकार कर दिया था | विधानसभा अध्यक्ष की पहल पर सभी विधायकों के कोरोना टेस्ट कराये जाने का मुद्दा भी गरमाया हुआ है | विधानसभा सचिवालय समेत सत्र में शामिल हो रहे विधायकों को भी अपनी कोरोना रिपोर्ट का इंतजार है |