मानसून की सक्रियता ने देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। तेज बारिश ने जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी है, वहीं कई जगह जलभराव और भूस्खलन जैसी गंभीर स्थिति भी उत्पन्न हो गई है। उत्तर प्रदेश और बिहार में रातभर हुई मूसलाधार बारिश से गर्मी तो कम हुई, लेकिन सड़कों पर फिसलन और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी सामने आईं।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखी गई है। मंडी, शिमला, ऊना जैसे क्षेत्रों में मलबा आने से यातायात बाधित हुआ है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में 20 से 24 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। स्थानीय लोगों और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश का प्रभाव बढ़ रहा है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के साथ-साथ असम, मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में भी भारी बारिश की संभावना है। 20 से 25 जुलाई के बीच इन राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। प्रशासन अलर्ट मोड में है और बचाव दल सक्रिय हैं।
यूपी और बिहार के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बरेली, मथुरा, आगरा जैसे शहरों में सतर्कता बरतने को कहा गया है। बिहार के समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और किशनगंज में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी है।
