केरल में दो दिन पहले पहुंचा मानसून, झमा झम बारिश, मानसून की भविष्यवाणी को लेकर सरकारी और गैर सरकारी संस्थान आमने सामने, स्काईमेट के एलान पर मौसम विभाग का इनकार

0
9

तिरुवनंतपुरम वेब डेस्क / केरल में बीते दो दिनों से हो रही बारिश को लेकर मौसम का हाल चाल बताने वाले दो संस्थानों के बीच क्रेडिट वार शुरू हो गया है | इसमें एक निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट है, तो दूसरी सरकारी भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र है | दरअसल निजी संस्था स्काईमेट ने दावा किया है कि केरल में दो दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है |  
 

स्काईमेट द्वारा शुक्रवार को केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के दस्तक देने का एलान किया। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने इसे खारिज करते हुए कहा कि अभी परिस्थितियां इसके एलान की नहीं हैं। उनके मुताबिक आमतौर पर केरल में मानसून एक जून को पहुंचता है लेकिन इस बार तय वक्त से पहले पहुंच गया है। जानकारी में मुताबिक पिछले साल 8 जून को मानसून केरल पहुंचा था। लेकिन इस बार 28 मई से ही राज्य के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है | इसे मानसूनी बारिश करार दिया जा रहा है | 

स्काईमेट मौसम के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि बारिश, आउटवेव लॉन्गवेव रेडिएशन ओएलआर वैल्यू और हवा की रफ्तार जैसी सभी परिस्थितियां केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून के आने से मेल खा रही हैं। स्काईमेट ने ट्वीट किया कि देश की जमीन पर आखिरकार मानसून-2020 ने दस्तक दे दी। केरल में मानसून अपनी वास्तविक तिथि से पहले ही पहुंच गया। इसके साथ ही भारतीयों के लिए चार महीना लंबे मानसून पर्व की शुरुआत हो गई। केरल में मानसून के दस्तक देने के साथ ही देश में वर्षा ऋतु सीजन की शुरुआत मानी जाती है। आंकड़े बताते है कि देश में जून से सितंबर के बीच 75 फीसदी बारिश होती है।

स्काईमेट ने मानसून के 28 मई को ही केरल में पहुंचने की संभावना जताई थी। हालांकि, उसने इसमें दो दिन आगे पीछे की बात भी कही थी। वहीं दूसरी ओर, भारतीय मौसम विभाग आईएमडी ने सामान्य तिथि से चार दिन की देरी से यानी कि 5 जून को मानसून के केरल में दस्तक देने की बात कही थी। हालांकि, इस हफ्ते की शुरुआत में विभाग ने कहा था कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती सर्कुलेशन के चलते मानसून के जल्द आने में मदद मिलेगी और यह एक जून को ही केरल पहुंच सकता है। 

ये भी पढ़े : केरल हाईकोर्ट की बड़ी टिप्पणी, बहू से घर का काम कराना आम बात है, तलाक के मामले की सुनवाई के दौरान डबल बेंच में घर के ताने बाने को लेकर वादी -प्रतिवादी को दी नसीहत, सास बहु के झगड़े से परेशान युवक को शराब पीने की लग गई थी लत

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि परिस्थितियां अभी तक केरल में मानसून पहुंचने की घोषणा करने के लिए सही नहीं हैं।  उन्होंने कहा कि ऐसे में अच्छा मानसून अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अहम है। देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही सुस्ती में है और कोरोना वायरस के चलते और बदतर होती जा रही है। ऐसी स्थिति में मानसून मददगार साबित हो सकता है | उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि कृषि प्रधान देश होने के चलते झमाझम बारिश से ही देश में मंदी के कम होने की उम्मीद है।