मोदी का डंडा, विजय माल्या के बाद नीरव मोदी भी रकम लौटाने को तैयार, पीएनबी घोटाले को लेकर नीरव के भाई ने ईडी को लिखा पत्र, एजेंसी की मदद को तैयार

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दिल्ली वेब डेस्क / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित विजय माल्या के बाद भगोड़ा नीरव मोदी भी देश की रकम लौटाने की राह में आ गया है | उसे भी विजय माल्या की तरह विदेशी सरजमीन पर कोई खास क़ानूनी सरंक्षण नहीं मिल पाया है | भारत की कूटनीतिक विदेश नीति और दुनिया में मोदी के बढ़ते दबदबे के चलते कोई भी देश इन घोटालेबाजों को अब अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहा है | नतीजतन लंदन की कोर्ट ने विजय माल्या ने पहली बार लिखित गुहार लगाई कि वो भारतीय बैंकों की पूरी रकम लौटना चाहता है |

इसी तर्ज पर अब नीरव मोदी भी आ गए है | नीरव के छोटे भाई नीशल मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की मदद करने के लिए पत्र लिखा है। माना जा रहा है कि यह पत्र भगोड़े नीरव मोदी के कहने पर लिखा गया है | ईडी को लिखे पत्र में नीशल ने कहा, ‘मैं आपके विभाग द्वारा की जा रही किसी भी जांच में पूरी तरह से सहयोग करने के लिए तैयार हूं और कानून के अनुसार आपकी मदद करूंगा।

मुझे पूरी उम्मीद है कि इस मामले में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए आपका कार्यालय खुले दिमाग से पूर्ण सहयोग के मेरे प्रस्ताव का सकारात्मक जवाब देगा और मुझसे एंटवर्प में मुलाकात करेगा ताकि मैं इस मामले में आपके किसी भी संदेह को स्पष्ट कर सकूं।’ नीशल ने खुद को नीरव के कृत्यों से अलग करते हुए कहा है कि ‘मेरा अपने भाई नीरव मोदी की किसी भी कथित आपराधिक गतिविधि से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि नीरव मोदी ने अपने व्यापारिक उद्देश्यों के लिए बैंकों से कोई डील की हुई है।

जिसमें कथित एलओयू के संबंध में लेनदेन भी शामिल है।’एजेंसियों  को संदेह है कि आरोपियों ने  सुनियोजित रणनीति के तहत यह पत्र लिखा है | दरअसल बैंकों को चूना लगाने के निर्माता निर्देशक और रोलमॉडल विजय माल्या के देश वापसी के रास्ते में आने के बाद उनसे प्रभावित अन्य घोटालेबाज भी अपनी करनी पर पछता रहे है | हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी में 13,578 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। नीशल मोदी का कहना है कि वह अपने भाई के कृत्यों से खुद को अलग कर रहे हैं।

इन दिनों बेल्जियम के शहर एंटवर्प में डेरा जमाये नीशल और नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चोकसी और अन्य के खिलाफ पीएनबी धोखाधड़ी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी दोनों ने तेजी से विवेचना जारी रखी है |उन्होंने ईडी के साथ एक फोरेंसिक ऑडिट साझा किया है, जो बेल्जियम स्थित एक स्वतंत्र ऑडिटिंग फर्म, वैन डेन केबस वान डेर जियुथ द्वारा किया गया है, जो प्रमाणित करता है कि फायरस्टार डायमंड बीवीबीए के सभी लेनदेन प्रामाणिक, असली और साक्ष्य जैसे चालान और शिपिंग जैसे कागजात शामिल हैं। 

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फायरस्टार डायमंड को ईडी ने नीरव द्वारा मनी लांड्रिंग के लिए इस्तेमाल की गई कंपनी के रूप में नामित किया है। ईडी ने मई 2018 में दायर अपनी चार्जशीट में यह भी कहा है कि नीशल डमी पार्टनर की नियुक्ति में शामिल थे | यही नहीं वो 2011 से 2013 के बीच दुबई की कुछ डमी कंपनियों में हस्ताक्षरकर्ता या लाभार्थी थे। वह बेल्जियम में स्थित फायरस्टार डायमंड के निदेशक भी थे और हांगकांग में स्थित छह कंपनियों से उनकी कंपनी में भारी भरकम रकम स्थानांतरित की गई थी।