रिपोर्टर – रघुनंदन पंडा
भिलाई वेब डेस्क / भिलाई के सुपेला थाने में पीड़ित लड़की के परिजन जैसे ही पहुंचे उन्हें अपनी गुमशुदा लड़की का दीदार हुआ | क्योंकि करीब 8 साल पहले यह बच्ची गुम हुई थी। 27 नवंबर 2012 को एक व्यक्ति ने थाने में अपनी 15 साल की बच्ची के गुम हो जाने की खबर लिखवाई थी। परिजन अपनी इस बच्चे को गले लगाकर फूट-फूट कर रोये | उन्होंने इस अपनी बेटी खोज निकालने के लिए पुलिस को दुआएं भी दी । गौरतलब है कि पुलिस धारा 363 के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस कई वर्षो से इस बच्ची की तलाश कर रही थी।
पुलिस ने बताया कि 27 नवंबर 2012 को पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहने वाली अंजली नामक महिला ने इस नाबालिक बच्ची को सैर सपाटे के लिए उसके माता-पिता के साथ जालंधर भेजा था | इस दौरान पीड़ित लड़की के माता-पिता से यह बात छिपाकर रखी गई थी | जालंधर पहुँचने के बाद इस लड़की को आरोपियों ने अपने घर में जोर जबरदस्ती रखा और फिर संतु नामक व्यक्ति के जरिये उसकी शादी मंगा नामक शख्स से करा दी गई | यही नहीं भिलाई में निवासरत खुद अंजलि नामक आरोपी महिला ने अपनी शादी मंगा के छोटे भाई से की ।
पुलिस ने जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि यह मामला लड़की को बहला-फुसलाकर पंजाब ले जाने और वहां जोर जबरदस्ती शादी कराकर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देने का है। बताया जाता है कि मंगा से तंग आकर पीड़ित लड़की ने जैसे तैसे भिलाई के सुपेला थाने का नंबर अरेंज किया | उसने अपनी सेहली पूजा से मोबाइल पर संपर्क कर उसके साथ भिलाई आ गई।
इस मामले में पुलिस ने सोनू और सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। जबकि अन्य की तलाश जारी है | पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 366, 370, 376, 120 बी और 4 पास्को एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया है | इसके साथ ही पुलिस की एक टीम पंजाब भेजी जा रही है | जहां से अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके |