रायपुर | छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के आमने सामने आने के बाद कई किसान संगठन भी मैदान में कूदने की तैयारी में है | धान खरीदी पर जारी घमासान के बीच अब मामला धमकी और अल्टीमेटम तक जा पहुंचा है । पहले मोहन मरकाम ने आर्थिक नाकेबंदी का चेतावनी दी और अब राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा है कि अगर सेंट्रल पुल में चावल की खरीदी केंद्र ने नहीं किया तो कोयले की आपूर्ति रोक दी जायेगी ।
हालांकि इस मामले में पहले ही रमन सिंह का बयान आ चुका है कि अगर ऐसी नौबत आती है तो इसका बेहद बुरा प्रभाव प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा । जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर कोयले की आपूर्ति होती है, अगर चावल की खरीदी पर केंद्र का रूख यही रहा तो कोयले की आपूर्ति रोक दी जायेगी । उन्होंने कहा कि भले ही केंद्र से मदद नहीं मिले, बावजूद कांग्रेस सरकार अपने बूते 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदेगी । जयसिंह ने सवाल उठाया कि पहले जब इस मामले में नियमों को सिथिल किया गया था, तो इस बार ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है । बता दें कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर कोयले की आपूर्ति होती है।
बता दें कि केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस आर पार के मूड में हैं । कांग्रेस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में 13 नवंबर को दिल्ली पहुंचेगी । कांग्रेस नेताओं के साथ – साथ प्रदेश के किसान भी दिल्ली जाएंगे । केंद्र सरकार द्वारा धान खरीदी नहीं करने के फैसले के खिलाफ 15 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन करेगी ।इधर बीजेपी ने सरकार के खिलाफ धान खरीदी को लेकर जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है । बीजेपी ने कहा है कि वह सरकार के वादाखिलाफी को लेकर आंदोलन करेगी और कांग्रेस का घोषणा पत्र जलाएगी । बीजेपी 13 नवंबर को प्रदेशव्यापी जेल भरो आंदोलन करेगी ।