मुम्बई:- उद्धव ठाकरे सरकार के बाल कल्याण और शिक्षा राज्यमंत्री ओमप्रकाश बाबूराव कडू उर्फ बच्चू कडू पर आरोप है कि साल 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान दिये गये हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति की जानकारी छिपाई थी। बच्चू कडू महाराष्ट्र के अमरावती जिले के अचलपुर से विधायक हैं। 2004 में बच्चू कडू ने पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अचलपुर विधानसभा सीट जीती थी। 2009, 2014 और 2019 में भी वो विधायक बने। 2019 में चुनाव जीतने के बाद वो महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन सरकार बनने के बाद बच्चू कडू शिवसेना कोटे से राज्यमंत्री हैं।
गौरतलब है कि बच्चू कडू पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता गोपाल तीरामारे ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मुंबई के अपने एक फ्लैट की जानकारी हल्फनामे में नहीं दी थी। इस मामले में महाराष्ट्र की एक अदालत ने मंत्री को 2 महीने की कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। कारावास के अलावा उनपर अदालत ने 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था। अदालत द्वारा सजा दिये जाने के बाद मंत्री को जमानत भी मिल गई है। कोर्ट ने ऊपरी अदालत में अपील करने के लिए उन्हें 30 दिन का समय भी दिया है।
इस मामले में मंत्री कडू का कहना है कि, उन्होंने पहले ही इस फ्लैट को बेच दिया था क्योंकि वो लोन नहीं चुका पाए थे। ‘मैंने हलफनामे में लोन का जिक्र किया था लेकिन फ्लैट के बारे में जानकारी नहीं दी थी। मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं जबकि यह गलत है।’ मंत्री ने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत उनपर केस दर्ज किया गया था।