मेक्सिको सिटी: पश्चिमी मेक्सिको के मिचोआकन स्टेट में मुर्गों की लड़ाई के दौरान 19 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. अचानक हुई वारदात से पूरे शहर में सनसनी फैल गई. मुर्गों की लड़ाई के एक अवैध कंप्टीअशन के दौरान कुछ बंदूकधारियों ने गन लहराते हुए वहां मौजूद लोगों को गोलियों से भून डाला.
इस हमले का मकसद अभी तक साफ नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि रविवार रात को हुई इस वारदात को गैंगवार के चक्कर में अंजाम दिया गया.
गैंगवार में हमला
इस इलाके में कई अपराधिक गिरोह सक्रिय हैं जो दूसरे गैंग वालों पर आए दिन हमला करते हैं. बीते कुछ महीनों में, मेक्सिको में ऐसी वारदातों में इजाफा हुआ है जब बंदूकधारियों ने पार्क, बार और क्लबों पर हमला करके अपना बदला पूरा किया. इस दौरान कई बेगुनाह लोगों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.
मिचोआकन के सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक हिंसा में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है. मिचोआकेन और उसका पड़ोसी राज्य गुआनाजुआतो मेक्सिको के 2 सबसे हिंसक राज्य हैं. यहां नशीली दवाओं की तस्करी और चोरी के तेल (ईंधन) की बिक्री जैसे कई गैर कानूनी काम होते हैं. इसमें शामिल गिरोहों के बीच अक्सर गैंगवार की घटनाएं सामने आती रहती हैं.
राष्ट्रपति ने किया पॉलिसी का समर्थन
बीबीसी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस वारदात के बाद राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने आपराधिक समूहों के प्रति अपनी सरकार की नीतियों का बचाव किया है जिसमें उन्होंने ड्रग कार्टेल पर नजर रखने के साथ हिंसा के पीछे के मूल कारणों पर फोकस करने को कहा है. ओब्रेडोर ने कहा, ‘हमे अच्छे नतीजे मिल रहे हैं क्योंकि हमने सुरक्षा नीति को पूरी तरह से बदल दिया है.’
पिछले महीने भी हुई थी फायरिंग की घटना
पिछले महीने फरवरी में इसी राज्य में फायरिंग की एक वारदात में 17 लोगों की मौत हो गई थी. मिचोआकन के मंत्री रिकार्डो मेजिया ने बताया था कि फायरिंग की इस घटना को जलिस्को न्यू जेनरेशन कार्टेल के एक सेल ने दूसरे सेल के खिलाफ बदला लेने के लिए अंजाम दिया था. मेक्सिको में 2006 से ड्रग कार्टेल से जुड़ी हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक तब से अब तक 3 लाख 40 हजार से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं. इनमें से ज्यादातर की मौत गैंगवार के दौरान हुई फायरिंग में हुई है. इस महीने की शुरुआत में सेंट्रल मेक्सिको के एक घर पर हुए हमले में कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने 9 लोगों की हत्या कर दी थी.