पेट्रोल डीजल की मूल्य वृद्धि को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बोला हल्ला , धरना प्रदर्शन कर खेती किसानी के समय कृषकों को मंहगाई की मार का आरोप लगाते हुए महामहिम और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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रिपोर्टर – रफीक खांन

सुकमा – 19 जून 2020 तक लगातार 13वें दिन पेट्रोल एवं डीजल में दर वृद्धि होती रही है कहते हूए जिसके फलस्वरूप डीजल 13 दिन पहले के मुकाबले 7.67 रूपये तथा पेट्रोल 7.09 रूपये महंगा हुआ है। जबकि दुनिया के बाजार में पेट्रोलियम पदार्थ का मूल्य लगातार गिर कर 20 डॉलर प्रति बैरल से कम हो गया है। ये जो दुनिया के बाजार में मूल्य कम हुए है उसका फायदा देश की आम जनता को नहीं मिल रहा है। 

खेती किसानी का मौसम है, किसानों को डीजल की इस मौसम में ज्यादा जरूरत होती है। आज के इस दौर में हर व्यक्ति दो एवं चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल करता है । मूल्य में लगातार हो रहे वृद्धि से परेशान व चिंतित है । दूसरी ओर जो सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है वह यह कि पेट्रोलियम पदार्थो में इस तरह लगातार हो रहे वृद्धि के कारण आदमी को जीने के लिए आवश्यक वस्तुओं में भी वृद्धि हो रहा है ।

वह चाहे नमक, प्याज, आलू, तेल हो या कपड़े आदि। ऊपर से कोरोना के कारण लॉकडाउन जो हुआ था, उसके बाद जब दुबारा बाजार खुला तो ऐसे सभी वस्तुएं महंगे दाम पर मिलने लगे थे । इस कारण भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूरे देश में आज मूल्य वृद्धि के खिलाफ एवं मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग को लेकर धरना आंदोलन कर रही है। छत्तीसगढ़ में इसी मुद्दे व मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंप रहे है ।

आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार पर पेट्रोलियम पदार्थो में वृद्धि को बंद करने व वापस लेने के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने महामहिम राष्ट्रपति से अपील की है। इस दौरान आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक मनीष कुंजाम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी व रामा सोढ़ी हड़मा मड़काम सहित ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के कार्यकर्ताओं सहित पार्टी के आला पदाधिकारी मौजूद थे ।