मिलिए, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के “यार” से, ‘एक नंबर के मैडम रिहिस हवें’,’मस्त पढ़ात रिहिस हवें’, मस्ती की पाठशाला का शर्मनाक नज़ारा ?..फैसला करें आप,देंखें वीडियो

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रायपुर :छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,कॉलेज के एक छात्र को “यार” कहकर सम्बोधित कर रहे है,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अंदाज़ ए बयां से प्रोत्साहित होकर उनका “यार” ,जो कुछ कह रहा है,वो गौरतलब है। इस छात्र की मंशा क्या है? इसे लेकर मत भिन्नता हो सकती है। हो सकता है,छात्र ने उत्साहित होकर कुछ इस तर्ज पर मांग की हो,लेकिन मसला,किसी टीचर के आत्म सम्मान से भी जुडा हो सकता है। ये फीमेल टीचर किसी भाई की बहन,पति की पत्नी,बच्चो की माँ या फिर अपने माँ-बाप की लाड़ली बेटी हो सकती है। उसकी खूबियां जिस अंदाज़ में सार्वजानिक मंच पर अधिकारियों,ग्रामीणों और उसके विभागीय कर्मियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई थी,वो किसी भी वर्ग विशेष की सिविल सोसायटी के लिए,सोचनीय है। 

दरअसल,मुख्यमंत्री बघेल के साथ शुरू हुआ “यार बाजी” का सिलसिला हंसी-ठिठोली के साथ उनके चुनावी दौरों से जुड़ा हुआ बताया जाता है। बताते है कि इन दिनों मुख्यमंत्री बघेल सरकारी दौरों पर है। गांव-कस्बो में सभाएं चल रही है। लोगो की समस्याओं से मुख्यमंत्री को रूबरू कराने के लिए सरकारी अधिकारी भी इस “इवेंट” में जुटे है। बताते है कि किसी प्रायोजित “शो” के रूप में चल रहा ये “इवेंट” खूब सुर्खियां बटोर रहा है। इसके लिए राज्य का जनसम्पर्क विभाग सरकारी तिजोरी से जनता की रकम पानी की तरह बहा रहा है। मतलब,सरकार के प्रचार-प्रसार और विज्ञापनों में दोनों हाथों से करोडो की रकम खर्च की जा रही है। बताते है कि इसी कड़ी में “यार बाजी” का ये वाकया सामने आया है। 

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मुख्यमंत्री बघेल के समस्या के निदान की प्रक्रिया उनके चेहरे पर भी अपने ही अंदाज़ में उमड़ते नजर आ रही है। मुख्यमंत्री के “हाथ” हिलाते ही उनके निर्देशों के पालन के लिए अमला सतर्क नजर आता है। समाज शास्त्र विषय के टीचर की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री बघेल काफी मुस्तैद नजर आए,लेकिन छात्रों की समस्या का निराकरण समाचार लिखें जाने तक नहीं हो पाया था,अर्थात उस कॉलेज में नया टीचर नियुक्ति नहीं हो पाया था। लेकिन ट्रांसफर हुई पूर्व महिला टीचर की खूबियों को लेकर जरूर कई लोग चर्चा करते नजर आए। 

इस कार्यक्रम में मौजूद लोगो के मुताबिक मुख्यमंत्री बघेल से चर्चा कर रहे छात्र को अनावश्यक बातो से बचना चाहिए था। उनका मानना है कि अपने टीचर के प्रति छात्र की सोच और बोल,दोनों में कोई मेल नहीं था,उन्हें उम्मीद थी कि ऐसे बोल को मंच से ही हतोउत्त्साहित किया जाना चाहिए था,चूँकि मुख्यमंत्री स्वयं उक्त छात्र से बातचीत में रूचि ले रहे थे,इसलिए किसी ने भी छात्र या मंच पर हस्तक्षेप करने की गुस्ताखी नहीं की। इस वाकये को शिक्षकों के मान-सम्मान और किसी महिला के आत्म सम्मान से भी लोग जोड़ कर देख रहे है।कई लोगो का यह भी मानना है कि,ज़माना बदल रहा है, शिक्षको के प्रति छात्रों के मन में सम्मान कम हो सकता है। लेकिन पढ़े-लिखे कुछ लोग मंच पर जिस फूहड़ता का प्रदर्शन कर रहे थे,वो ज्यादा घातक है।

हालाँकि,एक मिनट और दस सेकेण्ड के इस वायरल वीडियो की News Today Cg आधिकारिक पुष्टि नहीं करता। वायरल वीडियो पर आधारित कमेंट पर इस समाचार का संकलन किया गया है। हमारे द्वारा सावधानी बरतते हुए महिला की पहचान और कार्यक्रम स्थल का हवाला नहीं दिया गया है। हमारे संवाददाता द्वारा इस घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया प्राप्त करने का प्रयास किया गया। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनका जनसम्पर्क कार्यालय प्रतिक्रिया देने से बचते रहा।