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महाराष्ट्र के बदलापुर में भारी बवाल: रोकी गईं ट्रेनें, बच्चियों से दरिंदगी की घटना पर जल उठा शहर

बदलापुर: महाराष्ट्र के बदलापुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को भारी भीड़ पहुंची. लोग यहा ट्रेन पकड़ने नहीं, बल्कि ट्रेनें रोकने आए थे. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने ट्रैक पर धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारी शहर के एक स्कूल में दो बच्चियों के कथित यौन शोषण मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ‘देरी’ कर रही है. पुलिस ने स्कूल के अटेंडेंट को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था.

घटना सामने आने के बाद बदलापुर के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए स्कूल और थाने का घेराव किया गया. जब सुनवाई नहीं हुई तो मंगलवार सुबह लोग बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंच गए और ट्रेनों की आवाजाही रोक दी. हंगामे की वजह से मुंबई लोकल की सेंट्रल लाइन पर सेवाएं प्रभावित हुईं. महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर को घटना पर बयान जारी करना पड़ा.

स्कूल परिसर में बच्चियों से कथित यौन शोषण का मामला 12-13 अगस्त का है. शिकायत के मुताबिक, स्कूल के क्लीनिंग स्टाफ में शामिल एक व्यक्ति ने बाथरूम में ले जाकर बच्चियों का यौन शोषण किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने सूचना दिए जाने के बावजूद FIR लिखने में देरी की. 16 अगस्त को FIR दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार किया गया. स्कूल के मुताबिक, आरोपी को संविदा पर रखा गया था.

घटना का पता चलने के बाद, शहर भर के अभिभावकों में चिंता फैल गई. माता-पिता भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा उपायों और बेहतर सुपरविजन की मांग कर रहे हैं. विरोध-प्रदर्शन के तहत मंगलवार को बदलापुर क्षेत्र में दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे. जिस स्कूल में कथित घटना हुई थी, उसे भी जबरन बंद कराया गया. स्थानीय राजनीतिक नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.

एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘एक सख्त आपराधिक मामला दर्ज किया गया है. (मामला दर्ज होने के चार घंटे के भीतर) आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. अदालत ने आरोपी को पुलिस हिरासत में दे दिया है. मामले की गहन जांच की जा रही है. संबंधित थाने के एक वरिष्ठ निरीक्षक खुद मामले की जांच कर रहे हैं और दो अनुभवी महिला पुलिस अधिकारी उनकी सहायता कर रही हैं. वरिष्ठ अधिकारी भी जांच की निगरानी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिकतम सबूतों के साथ एक पुख्ता मामला तैयार किया जा सके.’

पुलिस ने नागरिकों से अपील की कि वे कोई विरोध प्रदर्शन या आंदोलन न करें, क्योंकि इससे पुलिस के उचित जांच करने के प्रयासों में बाधा आएगी. ठाणे पुलिस आयुक्त ने पहले ही ऐसे समारोहों या आंदोलन पर प्रतिबंध लगा दिया है.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बदलापुर में हुई घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक स्तर की वरिष्ठ IPS अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में SIT के गठन का आदेश दिया है. ठाणे पुलिस आयुक्त को भी आज मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.

महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा, ‘ये बहुत ही दुखद घटना है. राज्य शिक्षा विभाग की पूरी मशीनरी सक्रिय हो गई है. हमने पुणे और मुंबई के 4 आईएएस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. हम पता लगा रहे हैं कि स्कूल में सीसीटीवी क्यों काम नहीं कर रहा था… शिकायत देने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई इसलिए सीनियर पीआई का तबादला कर दिया गया है. हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को अधिकतम सजा मिले… हमारा पूरा विभाग यहां मौजूद है और छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है…’

बदलापुर की घटना पर महाराष्ट्र विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा, ‘…राज्य के मुख्यमंत्री जिस जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं और वहां पर ऐसी घटना घटती है और वो भी बच्चों पर… ऐसा तब होता है जब राज्य का गृह विभाग सक्षमता से काम नहीं करता है, जब लोगों के मन में कानून-व्यवस्था के बारे में कोई महत्व नहीं रहता तब ऐसी घटनाएं होती हैं. यह बहुत दर्दनाक घटना है.’

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