Maratha Reservation Movement को लेकर आज मुंबई में जोरदार प्रदर्शन हो रहा है। भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में मराठा समुदाय के लोग छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और आजाद मैदान पहुंचे। आंदोलन का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे कर रहे हैं, जिनकी मांग है कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे के तहत 10% आरक्षण दिया जाए।
आंदोलन की स्थिति
प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया है कि वे तब तक मैदान नहीं छोड़ेंगे जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती। नांदेड़ से आए किसान मारुति पाटिल ने कहा, “अगर हमें आरक्षण नहीं दे सकते, तो हमें गोली मार दीजिए।” इसी तरह बीड के बालासाहेब देशमुख ने बताया कि मराठा परिवार बच्चों की पढ़ाई और नौकरी में पिछड़ रहे हैं, इसलिए उन्हें कुनबी जाति की तरह ओबीसी श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए।
पुलिस की तैयारियां
मुंबई पुलिस ने आंदोलन के लिए सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक की अनुमति दी है। शर्तों के अनुसार, 5,000 से अधिक लोग मैदान में नहीं जुट सकते और केवल पांच वाहन ही स्थल तक आ सकते हैं। प्रदर्शन के दौरान किसी भी “आपत्तिजनक नारे” पर रोक होगी।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1,500 से अधिक पुलिसकर्मी आजाद मैदान और CSMT स्टेशन पर तैनात किए गए हैं। रेलवे पुलिस ने भी सुरक्षा बढ़ाई है क्योंकि प्रदर्शनकारियों का बड़ा जत्था महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से मुंबई पहुंचा है।
मनोज जरांगे की यात्रा
43 वर्षीय जरांगे बुधवार को जालना जिले के अपने गांव अंतरवाली सरती से सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ निकले थे और शुक्रवार सुबह मुंबई पहुंचे। उनका साफ कहना है कि सरकार को अब मराठों की “परीक्षा लेना बंद कर देना चाहिए” और उन्हें तुरंत आरक्षण देना चाहिए।
