केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं को नशे, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया रील्स की लत से दूर रहने की ज़रूरत पर जोर दिया है। यह बात उन्होंने वाराणसी में आयोजित ‘विकसित भारत के लिए नशामुक्त युवा’ शीर्षक से युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन में कही।
मांडविया ने कहा कि भारत की 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है, और यही युवा देश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने 2022 के 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का जिक्र करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 25 वर्षों के लिए भारत की प्रगति की स्पष्ट रूपरेखा प्रस्तुत की थी।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि नशा आज युवाओं के लिए सबसे बड़ा खतरा है, जो उनके जीवन के महत्वपूर्ण फैसलों में बाधा डाल रहा है और राष्ट्रीय प्रगति के रास्ते में बड़ी चुनौती बन गया है। इसलिए, युवाओं को नशे, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया रील्स से दूर रखना अनिवार्य है। उन्होंने धार्मिक और सामाजिक नेताओं से भी अपील की कि वे इस दिशा में जागरूकता फैलाने में अपनी भूमिका निभाएं।
मांडविया ने कहा कि नशामुक्ति के लिए केवल छोटे प्रयास या शिविर पर्याप्त नहीं होंगे, बल्कि एक व्यापक जन आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक कम से कम पांच अन्य लोगों को नशा-विरोधी अभियान में शामिल करने का संकल्प ले।
