Manish Kashyap: फर्जी वीडियो मामले में मनीष कश्यप बरी हो गए हैं। फर्जी वीडियो मामले में सबूतों की कमी की वजह से यूट्यूबर मनीष कश्यप को बरी कर दिया गया है। फर्जी वीडियो को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने केस दर्ज किया था। खुद को सन ऑफ (Son of Bihar) बिहार कहने वाले मनीष कश्यप बीते 25 अप्रैल को बीजेपी में शामिल हुए थे।
बता दें कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का कथित वीडियो मनीष कश्यप ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल से शेयर किया था, जो काफी वायरल हुआ था। ये वीडियो बनाकर मनीष कानून के जाल में बुरी तरह फंस गए थे।
वीडियो वायरल होने के बाद तमिलनाडु पुलिस ने इसे भ्रामक बताते उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके अलावा बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने भी इसी मामले को लेकर मनीष कश्यप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
करीब 9 महीने जेल में रहे
जब पुलिस ने दबिश दी तो मनीष कश्यप अंडरग्राउंड हो गए थे। हालांकि जब बेतिया पुलिस ने मनीष के घर की कुर्की शुरू की तो स्थानीय थाने में सरेंडर कर दिया था। EOU टीम ने केस अपने कब्जे में लेकर मनीष से पूछताछ की और जेल भेज दिया था। तमिलनाडु पुलिस की टीम पटना पहुंची और 30 मार्च 2023 को ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी. उसके बाद करीब नौ महीने तक मनीष कश्यप जेल में रहे।