
Manipur Violence के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही मणिपुर का दौरा करने वाले हैं। यह दौरा खास इसलिए है क्योंकि मई 2023 में भड़की जातीय हिंसा के बाद पीएम पहली बार राज्य जा रहे हैं। इस दौरान वे इंफाल और चुड़ाचांदपुर में विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे।
इंफाल, जहां मैतई समुदाय का दबदबा है, वहां पीएम मोदी 3,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। वहीं, कुकी बहुल चुड़ाचांदपुर जिले में लगभग 7,300 करोड़ रुपये की योजनाओं की नींव रखी जाएगी। केंद्र सरकार का मकसद यह संदेश देना है कि दोनों समुदायों के लिए समान अवसर और विकास की गारंटी है। इससे राज्य में भरोसा बहाल करने और शांति की दिशा में सकारात्मक संकेत जाएगा।
मणिपुर में 3 मई 2023 से मैतई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा शुरू हुई थी। हालात काबू से बाहर होने पर फरवरी 2025 में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया। तब से लेकर अब तक दोनों समुदायों के बीच कई दौर की वार्ता हुई है और शांति बहाली की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं।
प्रधानमंत्री का यह दौरा विपक्ष की आलोचनाओं को भी जवाब माना जा रहा है, क्योंकि अब तक उनसे मणिपुर को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा से राज्य में स्थायी शांति स्थापित करने की राह आसान हो सकती है।
पीएम मोदी मणिपुर यात्रा के बाद असम, पश्चिम बंगाल और बिहार का भी दौरा करेंगे। उनका यह कार्यक्रम न केवल विकास परियोजनाओं को गति देगा, बल्कि लंबे समय से हिंसा झेल रहे मणिपुर को नया भरोसा भी देगा।