
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवरात्रि के पहले दिन लागू हुई नई GST दरों पर केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि GST दरों में कटौती का श्रेय केंद्र सरकार को लेना अनुचित है, क्योंकि इस फैसले से राज्यों पर बड़ा वित्तीय दबाव पड़ेगा।
राज्यों पर पड़ेगा भारी बोझ
ममता बनर्जी ने बताया कि केवल पश्चिम बंगाल ही नहीं, बल्कि सभी राज्यों को इस कदम से लगभग 20,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कोई अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ेगा और राज्यों को ही इस नुकसान की भरपाई करनी होगी। ममता ने यह भी दावा किया कि GST का अतिरिक्त बोझ हटाने की मांग उन्होंने पहले ही की थी, ऐसे में केंद्र सरकार को इसका गलत श्रेय नहीं लेना चाहिए।
आम जनता को मिलेगा फायदा
मुख्यमंत्री ने हालांकि माना कि इस फैसले से आम जनता को सीधी राहत मिलेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे GST कटौती का स्वागत करें क्योंकि इससे महंगाई का बोझ कुछ हद तक कम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार जल्द ही इस फैसले पर अपना आधिकारिक रुख जाहिर करते हुए विज्ञापन जारी करेगी।
धार्मिक और सामाजिक एकता का संदेश
दुर्गा पूजा के अवसर पर ममता बनर्जी ने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि सभी धर्म और भाषाएं बराबर हैं। उन्होंने कहा – “दुर्गा, वैष्णो देवी और काली सभी एक ही देवी के स्वरूप हैं। किसी को भी धार्मिक और सांस्कृतिक विभाजन की राजनीति नहीं करनी चाहिए।”
भाषा और संस्कृति का सम्मान
ममता बनर्जी ने कुछ भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों के उत्पीड़न का जिक्र करते हुए कहा कि भाषा और संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे दूसरों की संस्कृति, बोली और विरासत का सम्मान करें और बांटने की राजनीति से दूर रहें।