देहरादून / चुनी हुई सरकार में मतभेद आम बात है | लेकिन विधायकों पर नौकरशाही के हावी होने से मामला कभी-कभी बिगड़ भी जाता है | ऐसे दौर में मुख्यमंत्री का विधायकों की राय शुमारी पर जोर देने के बजाय नौकरशाहों को महत्व देना खतरे से खाली नहीं होता | ऐसा ही हुआ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ | विधायकों के कामकाज निपटाने और उनकी मांगों को दरकिनार कर देना मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भारी पड़ गया है | तमाम विधायक उनके इतने खिलाफ हो गए कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग रख डाली | आलाकमान को आखिरकर मुख्यमंत्री बदलने के लिए विवश होना पड़ा |
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दो टूक इस्तीफा देने के लिए कह दिया गया है | माना जा रहा है कि आज शाम चार बजे तक त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने पद से इस्तीफा दे सकते है | जबकि उनके स्थान पर धनसिंह रावत के नए मुख्यमंत्री बनने के आसार बन गए है |
न्यूज़ टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने हालात का जायजा लेने के बाद अपनी रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है | बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में प्रदेश के ताजा राजनैतिक हालात के अलावा उन तथ्यों का भी हवाला दिया गया है , जिसके चलते मौजूदा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ विधायकों का गुस्सा फूटा था |
बताया जा रहा है कि मौजूदा मंत्रिमंडल के कई सदस्य भी मुख्यमंत्री के खिलाफ ताल ठोककर मैदान में डटे है | पार्टी फोरम में उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी लगाए है | मंन्त्रीमण्डल के सदस्यों ने भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ कार्य करने में असहजता जाहिर की है | उधर धनसिंह रावत की वरिष्ठता और कार्य कुशलता के चलते ज्यादातर विधायकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की सिफारिश की है | बताया जाता है कि पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पहले तो बीजेपी आलाकमान उत्तराखंड के सियासी संकट को टालने के मूड में था | लेकिन विधायकों के बगावती तेवरों के चलते पार्टी अध्यक्ष को फौरी फैसला लेना पड़ा |
त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 75 में से 57 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। रावत राज्य में भाजपा के पांचवें मुख्यमंत्री हैं।