छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में महानदी दूसरे दिन भी उफान पर , सरिया, पुसौर व सारंगढ़ के कई गांव बाढ़ में डूबे , पुलिस प्रशासन व होम गार्ड्स की टीम रेस्क्यू में जुटी

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रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना 

रायगढ़ ।  छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बारिश आफत की तरह बरस रही है। बारिश की वजह से महानदी और मांड नदी उफान पर आ जाने के कारण रायगढ़ के सरिया, पुसौर व सारंगढ़ के कई दर्जन गांव डूब गए हैं। गांव में घुटने तक पानी भर गया है। पुलिस प्रशासन व होम गार्ड्स की टीम की मदद से गांव से लोगों को राहत शिविर में पहुंचाने का काम किया जा रहा है। गांव में पानी भरने से लोगों में दहशत का माहौल है।  रायगढ़ जिले के 25 से अधिक गांव में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। करीब दो दर्जन गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे प्रभावित  सैकड़ों की संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया है। वहीं दूसरी ओर कलेक्टर भीम सिंह और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने पुसौर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया बाढ़ से प्रभावित लोगों को प्रशासन की और से बनाए गए राहत कैंपों में पहुंचाने के निर्देश दिए उन्होंने छिछोर उमरिया स्थित राहत कैंप का भी निरीक्षण किया और एसडीएम तथा तहसीलदार को वहां भोजन तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मिली जानकारी के अनुसार महानदी खतरे के निशान से 3 फीट ऊपर बह रही है। जिसके कारण सरिया, पुसौर और सारगढ़ के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ के कहर से सैकड़ो लोग बेघर हो गए हैं। वहीं चंद्रपुर के शशिपुर बस्ती में नदी का पानी घुस गया है। चंद्रपुर के दुकानों और घरों तक महानदी का पानी घुस गया है। बताया जा रहा है कि महानदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। टिमरलगा बस्ती में भी महानदी के पानी की घुसपैठ हो चुकी है। बाढ़ के कारण टिमरलगा बस्ती के 99 परिवारों को राहत शिविर में रखा गया है और टिमरलगा नेशनल हाईवे पर पानी भरने से नाव चल रही है। बाढ़ में फंसे लोगां को  नाव की मदद से रात में निकाला जा रहा है और रेस्क्यू टीम लगातार बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में लगी है।

स्वयं कलेक्टर व एसपी सारी रात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डटे रहे और लगातार दिशा निर्देश जारी करते रहे। इस दौरान उन्होंने संबलपुर जिले के कलेक्टर व मुख्य अभियंता से भी चर्चा कर उन्हें बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए हीराकुंड बांध के चार और गेट खोलने का अनुरोध किया। जिसके बाद बांध के चार और गेट खोले गए हैं। वर्तमान में बांध से 44 गेट के माध्यम से पानी बाहर नहर में जा रहा है। ऐसा अनुमान है कि अगर रात में बारिश नही हुई तो सुबह तक कई गांव में घुसा पानी उतर सकता है। प्रशासन, पुलिस और रेस्क्यू टीम लगातार बाढ़, प्रभावित लोगों और राहत शिविरों पर नजर रखे हुए हैं और लगातार मानिटरिंग की जा रही है।  

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मदद के लिए पहुंचे उमेश  

महानदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण जिले कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने सरिया व पुसौर क्षेत्र सहित अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं को बाढ़ प्रभावित लोगो की हर सम्भव मदद करने की अपील की है। साथ ही उमेश अग्रवाल भी प्रभावित क्षेत्र में पंहुचे है।उमेश ने  कहा कि वे स्वयं भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में रहेंगे यदि किसी भी ग्राम वासी को मदद की आवश्यकता हो तो उन्हें  सम्पर्क कर सकते हैं।