मध्यप्रदेश में लव जिहाद से सरकार का पारा गर्म, SIT गठित, कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग का ऐलान- ‘दोषियों को ऐसी सजा देंगे…’

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भोपाल: मध्य प्रदेश में लव जिहाद से जुड़े मामलों में लगातार आई तेजी से राजनीति गरमाई हुई है। पीड़ितों की आपबीती सुनने और हिंदू लड़कियों को गिरफ्त में लेने के खुलासों के बाद पुलिस को कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए है। राज्य सरकार ने लव जिहाद पर सख्त रुख अपनाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रदेशभर में सामने आए लव जिहाद, रेप और जबरन धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मामलों की जांच के लिए राज्य स्तरीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दिए गए है। पुलिस मुख्यालय ऐसे मामलों की स्वयं निगरानी में जुटा है।

जानकारी के मुताबिक भोपाल ग्रामीण के आईजी अभय सिंह को SIT का प्रमुख बनाया गया है। भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पुलिस मुख्यालय के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी SIT में शामिल किये गए है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एसआईटी न केवल लव जिहाद और लड़कियों के यौन शोषण के मामलों की जांच करेगी, बल्कि ऐसे मामलों की निगरानी और समन्वय का भी कार्य करेगी। टीम विशेष रूप से ऐसे मामलों पर नजर रखेगी जहां धर्म छिपाकर युवतियों को प्रेम जाल में फंसाया गया, उनके साथ रेप हुआ या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।

उधर भोपाल में सामने आए हाई-प्रोफाइल लव जिहाद मामले की जांच को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी पूछताछ में जुटी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की एक विशेष टीम ने राजधानी भोपाल में बीते तीन दिनों से डेरा डाला हुआ है। इस टीम का नेतृत्व पूर्व डीजीपी निर्मल कौर कर रही हैं। आयोग ने अलग-अलग पीड़िताओं और मामले की जांच का अवलोकन कर पुलिस टीम को निर्देश दिए है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने टीआईटी कॉलेज और क्लब 90 का निरीक्षण भी किया है। माना जा रहा है कि यह लव जिहाद के प्रमुख केंद्र थे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मानवाधिकार आयोग ने भोपाल पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए पीड़ितों की शिकायत दर्ज करने में बरती गई, लेट-लतीफी को लेकर जवाब तलब किया है। पुलिस से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। न्यूज़ टुडे संवाददाता ने आयोग की टीम से चर्चा की है। आयोग की सदस्य प्रियंक कानूनगो के अनुसार, अब तक लव जिहाद की चपेट में 7 पीड़िताएं सामने आ चुकी हैं, उन्हें अंदेशा है कि हालात को देखते हुए आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है। रविवार को एक पीड़िता आयोग के समक्ष पेश हुई थी, जिसके बाद आयोग ने संबंधित एफआईआर में संगठित अपराध की धाराएं जोड़ने की सिफारिश की गई है।

दमोह में फर्जी पहचान से युवती को फंसाने का मामला: प्रदेश में लव जिहाद के अचानक दर्जनों मामले सामने आये है। अब दमोह जिले में भी लव जिहाद का एक चौंकाने वाला मामला जांच में लिया गया है। बताते है कि आरोपी युवक इजराइल खान ने फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हुए खुद को शिवा शर्मा बताकर एक लॉज में कमरा बुक कराया था. वहां वह एक युवती के साथ रुका. लव जिहाद से जुड़ी जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि आरोपी के मोबाइल से तीन युवतियों से संबंधों के प्रमाण और 12 से अधिक युवतियों से चैटिंग पुलिस को मिली है।

पुलिस ने भी शक जाहिर करते हुए लव जिहाद से इंकार नहीं किया है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह फोटो कॉपी की दुकानों से छात्राओं की जानकारी लेकर उन्हें अपने जाल में फंसाता था. दमोह पुलिस में दर्ज प्रकरण के मुताबिक पहचान छिपाने के लिए आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज का सहारा लिया था। सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि यदि पीड़िताओं की ओर से शिकायत मिलती है, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी. उनके मुताबिक मामले की जांच अब एटीएस को सौंपी गई है।

उधर लव जिहाद के तरो-ताजा मामलों को लेकर कांग्रेस की ओर से कोई नई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। जबकि वरिष्ठ मंत्री विश्वास सारंग ने सख्त लहज़े में दोषियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि लव जिहादियों को ऐसी सजा देंगे, दोबारा ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेंगे। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लव जेहाद के मामलों को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी, इस तरह के मामलों में संगठित रूप से लड़कियों को फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा ऐसे मामलों की जांच करके दोषियों को ऐसी सजा देंगे, जिससे कोई आगे ऐसी हिम्मत नहीं करेगा।