
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की सादगी और सहजता आम है। उनका अंदाज अब सख्ती की ओर बढ़ चला है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य की पुलिस व्यवस्था पर सवालियां पर निशान लगाते हुए एक ही झटके में 4 आईपीएस अधिकारियों को उनके पदों से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुख्यमंत्री के तेवर देखकर पुलिस महकमे में हलचल मच गई है। दरअसल, मुख्यमंत्री ने इन अधिकारियों पर ‘लोकसेवा में खेदजनक व्यवहार’ करने का आरोप लगाया है. जिन अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें कटनी और दतिया के पुलिस अधीक्षक, चंबल रेंज के IG और DIG शामिल बताये जा रहे हैं। जबकि अन्य 3 आईपीएस अधिकारियों की जिलों से जल्द छुट्टी बताई जा रही है। उन्हें पुलिस मुख्यालय में अटैच करने की तैयारी जोरो पर बताई जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मैदानी जिलों में संवेदनशील अधिकारियों की नियुक्ति पर जोर दिया है। इसके चलते आने वाले दिनों पुलिस मुख्यालय में भी बड़े फेरबदल के आसार जाहिर किये जा रहे है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर लिखा, “कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा IG, DIG चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है. इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं.” कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं ।

सूत्र बताते है कि हालिया कुछ प्रकरणों में अधिकारियों के रुख को लेकर कार्रवाई की जा रही है। कटनी के SP अभिषेक रंजन को उस समय हटाया गया, जब पुलिस पर तहसीलदार और उनकी सीएसपी पत्नी के परिजनों को पीटने का आरोप लगा. वहीं, दतिया एसपी वीरेन्द्र कुमार, चंबल रेंज के IG सुशांत कुमार सक्सेना और डीआईजी कुमार सौरभ को सार्वजनिक रूप से अनुचित व्यवहार करने के चलते हटा दिया गया है। यही नहीं कटनी एसपी अभिषेक रंजन को हटाने का मामला सीएसपी ख्याति मिश्रा के सरकारी निवास पर हुए कथित विवाद से जुड़ा बताया जाता है। तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने कोतवाली थाना में दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि जब वे अपनी बेटी से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने उनके परिजनों को जबरन गाड़ी में बैठाकर महिला थाने ले गई और उनके साथ मारपीट की गई.
उधर दतिया एयरपोर्ट उद्घाटन के दौरान फैली अव्यवस्था को लेकर स्थानीय पुलिस महकमा सरकार के निशाने पर आ गया। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 31 मई को भोपाल से दतिया एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किए जाने के बाद एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस दौरान भारी भीड़ एकत्र हो गई, जिससे वहां मौजूद एसपी, आईजी और डीआईजी के बीच व्यवस्था को लेकर कहासुनी हो गई.

लॉ एंड आर्डर बनाये रखने के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के बीच ही सार्वजनिक रूप से विवाद हो गया था। जानकारी लगने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तीनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। राजनीति के जानकारों के मुताबिक मुख्यमंत्री मोहन यादव शांत स्वभाव के बताये जाते है। उनकी वाणी और व्यवहार कुशलता को कृष्ण की बांसुरी की तर्ज पर आँका जाता था। लेकिन जैसे-जैसे उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी के कांटे भरे ताज का अनुभव हो रहा है, यादव ने अब बांसुरी नहीं बल्कि ढोल बजाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री के सख्त तेवरों को देखकर विपक्ष भी हैरान बताया जाता है।