देहरादून / एक होटल में युवती की लाश पायी गई | जांच के दौरान कमरे का हाल देखकर पुलिस कर्मी हैरत में पड़ गए | पहले तो उन्हें मामला साधारण सी हत्या या दुर्घटना का नजर आया | लेकिन चंद मिनटों बाद कातिल के रहस्य से मामला उलझ गया | दरअसल जिस स्थान पर कत्ल हुआ , कातिल की कहानी कमरे की दीवार पर दर्ज थी | लड़की के ओठों पर लगे लिपस्टिक से दीवार पर कुछ इबारते लिखी थी | इन्हे कपड़े से मिटाया गया था | मौका-ए-वारदात पर कातिल ने हर साक्ष्य छोड़ा था | लेकिन धुंधलका ऐसा छाया है कि उसकी शिनाख्ती को लेकर पुलिस के माथे पर बल पड़ गया है | क़त्ल की ये दास्तान देहरादून के होटल एंबेसडर से सामने आई है | इस वारदात ने पेचिदा रूप ले लिया है। आम कत्ल की दिशा में जांच के सारे रास्ते पुलिस को लगभग बंद नजर आ रहे है | उसकी अब तक की जांच कमरे में लिखे दो अक्षरों ‘क’ और ‘ज’ का उत्तर तलाशने में जुटी है। इस अबूझ पहेली को सुलझाने के लिए जांच अधिकारी इंटरनेट पर फैक्ट फाइल और मर्डर मिस्ट्री से जुड़े अपराधों के अध्ययन में जुटे है | उन्हें अंदेशा है कि चालाक कातिल ने किसी उपन्यास या क्राइम शो देखकर भी इस घटना को अंजाम दिया है | इस तथ्य की पड़ताल भी की जा रही है कि कातिल और युवती के बीच प्रेम संबंधों की दास्तान आखिर कैसे कत्ल तक पहुंच गई है |
होटल की दीवार में “क” और “ज” यह दोनों अक्षर लिपस्टिक से लिखे गए थे । जबकि, इसी दीवार पर दर्ज बहुत सी बातें तौलिए से मिटा दी गई हैं। कातिल ने आखिक क्या लिखा और क्या मिटाया पुलिस इस तथ्य की पड़ताल में जुटी हुई है | होटल के कमरे में शव जिस तरह से पड़ा मिला उससे दो बातें सामने आ रही थीं। पहली यह कि यह एक सोची समझी साजिश के तहत इस युवती की हत्या की गई थी | दूसरा शव को गद्दों के बीच बड़ी चालाकी से छुपा दिया गया था । पुलिस ने कमरे का जायजा लेने के बाद इस थ्योरी को ख़ारिज कर दिया है कि किसी दुर्घटनावश युवती की मौत हो गई हो और उसके साथ वहां मौजूद युवक घबराहट में उसे वहां छुपाकर चुपचाप भाग गया हो। लेकिन दीवार पर दर्ज इबारते बताती है कि कत्ल के दौरान कातिल ने अपनी भड़ास निकाली और दीवार पर उसे दर्ज भी किया | इन सब साक्ष्यों की कड़ियां जोड़ते हुए पुलिस की जांच जारी है | पुलिस ने ऊधमसिंह नगर में भी कातिल की खोजबीन शुरू की |
दरअसल युवती के साथ होटल में ठहरे युवक का जो पहचानपत्र कमरे से मिला उसमे जसपुर के किसी सुनील नामक शख्स का नाम दर्ज था। ऐसे में पुलिस जब सुनील तक पहुंची तो पता चला कि उनका पर्स बहुत पहले खो गया था, जिसमें यह पहचानपत्र भी था। उधर इस शख्स की मोबाइल लोकेशन व अन्य साक्ष्यों के आधार पर पता चला कि सुनील नामक यह व्यक्ति देहरादून नहीं गया था । जांच के दौरान पुलिस उस मोबाइल नंबर तक पहुंची जो होटल के रजिस्टर में लिखा हुआ था। वह नंबर भी कातिल का ना होकर किसी अंजान अध्यापक का निकला। ऐसे में पुलिस को अंदेशा है कि कातिल ने जांच भटकाने के लिए यह तिकड़म रची | कमरे से पुलिस को उस कातिल युवक की एक पेंट भी मिली है , यह पेंट सेलाकुई इलाके के एक टेलर से सिलवाई गई थी | बताया जाता है कि पुलिस ने इस टेलर से संपर्क कर इस युवक की शिनाख्ती का प्रयास किया है |
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पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से तस्दीक कराई कि यह वही युवक है, जिसकी यह पेंट है। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसका रूट तलाश रही है। कत्ल के रहस्य पर से पर्दा हटाने के लिए पुलिस की जांच केवल ‘क’ और ‘ज’ अक्षर के इर्द-गिर्द घूम रही है | पुलिस सूत्रों के मुताबिक कमरे में हत्यारे या किसी ने कुछ बातें भी लिपस्टिक से लिखी थी। यह लिपस्टिक मृतक युवती की ही है। वारदात के बाद दीवार पर दर्ज इबारत को तौलिए से मिटाया गया है। इन्हीं में से ये दो अक्षर कातिल तक पहुंचने की कड़ी बन गए है | पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने के लिए हाथ पांव मार रही है | सूत्रों के अनुसार यह किसी इंटरनेट गेम के टास्क का हिस्सा भी हो सकता है। सभी पहलुओं पर पुलिस इस समय जांच कर रही है।